पंचायतों में हुए 189 निर्माण में से 112 घटिया, जिपं ने शुरू की प्रक्रिया
पंचायतों के निर्माण कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार की हकीकत अब सामने आने लगी है। कई पंचायतें लाखों रुपए की राशि खातों से निकाल कर घटिया निर्माण कर रही हैं। पंचायतों में ऐसी सड़कें बनाई गईं जो पहली बारिश में ही बह गईं। निर्मल नीर योजना में कुएं नहीं खोदे गए। मांगने पर भी उनके दस्तावेज अधिकारियों को मुहैया नहीं करवाए जा रहे हैं।
इतना ही नहीं पंचायत क्षेत्रों में लाखों रुपए हड़पने के बाद भी तालाबों का गहरीकरण तक नहीं किया गया। आरईएस की टीम द्वारा की गई जांच के बाद अब जिला पंचायत सीईओ ने सिरोंज-लटेरी क्षेत्र की 18 पंचायतों से 4 करोड़ 1 लाख 18 हजार रुपए की वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सिरोंज की 11 पंचायतों से 2 करोड़ 43 लाख रुपए और लटेरी क्षेत्र की 7 पंचायतों से 1 करोड़ 58 लाख 18 हजार रुपए की वसूली की जाएगी।
आरईएस ने 18 पंचायतों में 189 निर्माण कार्यों की जांच की। इनमें सिर्फ 65 निर्माण कार्य सही मिले। 112 कार्य निर्माण कार्य घटिया निकले। इनमें सिरोंज क्षेत्र में 91 निर्माण कार्य में से 73 में वसूली हो रही है। वहीं लटेरी क्षेत्र में 98 निर्माण कार्यों की जांच में से 39 में कार्य संतोषजनक नहीं मिल सका।
चौड़ाखेड़ी, रिकवरी 43.23 लाख, पंचायत भवन से सरपंच का कब्जा, अभी शासन ने हटाया
चौड़ाखेड़ी पंचायत भवन को हाल ही में सरपंच के कब्जे से मुक्त कराया है। भोपाल रोड पर स्थित इस पंचायत पर जिला पंचायत द्वारा 43,23 लाख की रिकवरी निकाली है । जिन कामों में रिकवरी की जा रही है। उनमें 5 सीसी सड़कों के साथ ही गंगाखेड़ी के तालाब का जीर्णोद्धार और निर्मल नीर कार्य शामिल हैं।
ग्रामीण तोफानसिंह ने बताया कि तरवरिया मेन रोड से माता के चबूतरे के बीच बनी सड़क पहली बारिश में ही बह गई। ये सड़क 2 साल पहले 8 लाख 97 हजार की लागत से बनी थी। यही हाल मदागन मेन रोड से गुजरी बाई के घर तक 7 लाख 59 हजार की लागत से बनी सड़क का है। । जांच करने के लिए पहुंची आरईएस की टीम ने अपनी रिपोर्ट में भी उल्लेख किया है कि किसी भी सीसी सड़क में निर्माण एजेंसी ने ज्वाइंट और केंबर नहीं बनाए हैं। ये पंचायत 7 साल से सरपंच पति बन्ने बेलदार की दबंगई के कारण चर्चित है। उसकी दबंगई की वजह से कोई भी पंचायत सचिव यहां काम करना नहीं चाहता। 7 साल में ही 5 पंचायत सचिव यहां काम कर चुके हैं।
विधायक के विधानसभा में ध्यानाकर्षण के बाद जिला पंचायत ने मार्च-अप्रैल 2020 में इन सभी पंचायतों की जांच कराना शुरू किया, अब रिपोर्ट आने के बाद एई, सबइंजीनियर को नाेटिस देना शुरू हो चुके हैं
कांग्रेस सरकार में पंचायतें बनी भ्रष्टाचार का अड्डा
- कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल में पंचायतें भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई थी। इसकी जानकारी मिलने पर मैंने विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाया था। जब 18 पंचायतों पर 4 करोड़ से ज्यादा की वसूली निकल रही है तो अन्य पंचायतों में क्या हुआ होगा। -उमाकांत शर्मा, विधायक सिरोंज-लटेरी विधानसभा।
रिकवरी के साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी
- विधायक के ध्यानाकर्षण के बाद ईई आरईएस द्वारा 18 पंचायतों की जांच की गई थी। रिपोर्ट के बाद इन पंचायतों पर रिकवरी की कार्रवाई शुरू की गई है। सभी 18 पंचायतों से जवाब मांगा है। वहीं एई और सब इंजीनियर को भी नोटिस दिए गए हैं। दोषी सिद्ध होने पर रिकवरी के साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी। -नीतू माथुर, सीईओ जिला पंचायत विदिशा।