
- मप्र माशिमं… दो विकल्पों पर हो रहा विचार, लेकिन फाइनल कुछ नहीं
- इन सुझावों के आधार पर माशिमं फॉर्मूला तैयार करेगा। इसके बाद मंत्री समूह की सहमति के बाद उसे लागू किया जाएगा।
राज्य सरकार ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की परीक्षा भले ही रद्द कर दी हो, लेकिन रिजल्ट को लेकर कोई फॉर्मूला अब तक तय नहीं हो पाया है। पिछले 15 दिन से माध्यमिक शिक्षा मंडल से लेकर मंत्री समूह के स्तर तक इसकी कवायद की गई, लेकिन फाॅर्मूला फाइनल नहीं हो सका। इसे लेकर करीब 12 बैठकें हो चुकी हैं लेकिन बात नहीं बनी। बुधवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल में एक बार फिर बैठक आयोजित की गई है। इसमें रिजल्ट के फाॅर्मूले पर बातचीत की जाएगी।
फाॅर्मूला तय करने में आ रही अड़चन की बड़ी वजह यह रही कि 10वीं, 11वीं और 12वीं के नंबरों वाला पहला फाॅर्मूला पहली बार में ही रिजेक्ट करना पड़ा था। दरअसल मंडल से जुड़े प्रदेश के निजी स्कूलों के पास पिछले साल की 11 वीं का रिजल्ट ही नहीं था। क्योंकि पिछले साल 11वीं कक्षा में जनरल प्रमोशन दे दिया गया था।
विभाग ने मंगवा लिया था 11वीं कक्षा का रिजल्ट
हैरत की बात तो यह है कि पिछले साल जनरल प्रमोशन दिए जाने के बाद भी मंडल ने पिछले महीने आदेश जारी करके सभी निजी और सरकारी स्कूलों से पिछले साल की 11वीं का रिजल्ट तक मंगवा लिया था।
फाॅर्मूला मंडल को निकालना है, अप्रूवल मंत्री समूह करेगा
12वीं की कक्षा के रिजल्ट का फाॅर्मूला तय करने का पूरा दारोमदार माध्यमिक शिक्षा मंडल के ऊपर है। मंडल के अधिकारी ही स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर विशेषज्ञों से बात कर रहे हैं।
एक-दो दिन में फाइनल कर देंगे : मंत्री
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि सभी बिंदुओं पर मंथन किया जा रहा है। निजी स्कूलों के पास पिछले साल का 11वीं का रिजल्ट नहीं है तो भी कोई दिक्कत नहीं होगी। विशेषज्ञ फाॅर्मूला तैयार कर रहे हैं। इसे अंतिम रूप मंत्री समूह द्वारा ही दिया जाएगा। एक-दो दिन में हम फाॅर्मूला निकाल लेंगे।
विशेषज्ञों ने सुझाए ये 2 फॉर्मूले
- 1. सिर्फ दसवीं कक्षा के फाइनल रिजल्ट के आधार पर ही 12वीं के रिजल्ट का फाॅर्मूला तैयार कर दिया जाए।
- 2. दसवीं कक्षा की सालाना परीक्षा और 12वीं कक्षा की छमाही परीक्षा के नंबरों के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाए।