
फर्जी सत्यापन के मामले में एसडीएम राजेश मेहता ने पटवारी के निलंबन की कार्रवाई की
तीन गांव के 8 किसानों के मूंग फसल का फर्जी सत्यापन करने के मामले में एसडीएम राजेश मेहता ने पटवारी शैलेंद्र साध्य को निलंबित कर दिया। उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब पेश करने को कहा गया है। पटवारी ने अपने हल्का क्रमांक 59 के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुडरा मेवली और मेहरा ऐसे 8 किसानों को फर्जी सत्यापन प्रमाण पत्र जारी किए।
जिन्होंने गर्मी के दौरान मूंग की फसल खेतों में नहीं बोई थी। लेकिन किसानों द्वारा सत्यापन प्रमाण पत्र के माध्यम से समर्थन मूल्य पर मूंग फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आवेदन दिया गया है। एसडीएम ने पटवारी को निलंबित कर उसे तहसील मुख्यालय पर अटैच किया है।
यह कार्रवाई प्रशासन ने उस समय की जब प्रशासन को पता चला ललितपुर उत्तर प्रदेश से कुछ बिचौलिए साढ़े पांच हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव से मूंग लाकर बेचने के लिए ऐसे किसानों के रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। जिन्होंने मूंग की फसल उपज ली ही नहीं है।
इस मामले के उजागर होने के बाद कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के निर्देश पर एसडीएम ने शासकीय अशासकीय वेयरहाउस पर बिना अनुमति मूंग रखने और बाहर निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके साथ ही पंजीयन का आवेदन करने वाले 293 किसानों की जांच करने के आदेश दिए। इसी के चलते तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने गांव गांव जाकर जांच की तो यह मामले उजागर होना प्रारंभ हो गए।