
ग्यारसपुर ब्लॉक के साजन खेड़ी गांव के 45 वर्षीय हरप्रसाद लोधी को परिजन मंगलवार को लोडिंग ऑटो में खाट पर लेकर आए। वे ऑक्सीजन पर थे और परिजन नीम के पत्तों से हवा कर रहे थे। सांची रोड पर वे एक निजी डॉक्टर के क्लीनिक पर इलाज कराने आए थे।
परिजनों ने बताया कि हरप्रसाद लोधी ने 6 अप्रैल को कोरोना टेस्ट कराया था और 8 अप्रैल को पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी। तो मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। यहां उनका एक महीने से ज्यादा समय तक इलाज चलता रहा। 12 मई को उनकी छुट्टी कर दी गई।
कपूर और अजवाइन की धूनी दी
मंगलवार को तबियत बिगड़ी तो घर पर कपूर और अजवाइन की धूनी दी। इसके बाद परिजनों ने ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम किया और लोडिंग ऑटो में लेकर विदिशा आ गए। परिजन नीम के पत्तों से हवा कर रहे थे। उनके भतीजे का कहना था कि हम उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती नहीं कराना चाहते।