
तीन संक्रमितों के शव एंबुलेंस से मुक्तिधाम के लिए मेडिकल कॉलेज से निकले 30 कदम की दूरी पर केबिन का गेट खुलने से स्ट्रेचर के साथ गिरा बुजुर्ग का शव
शासकीय अटल बिहारी बाजपेयी मेडिकल कॉलेज के सामने शुक्रवार को इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर देखने को मिली। 3 संक्रमितों के शव को रक्त सहायता सेवा समिति के 1999 के मॉडल के एंबुलेंस से अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम दोपहर 12:45 बजे ले जाया गया।
महज 30 कदम की दूरी पर मेडिकल कॉलेज के गेट के सामने टर्निंग पर जर्जर हो चुकी एंबुलेंस के केबिन का गेट खुल गया और उसमें रखा बुजुर्ग का शव स्ट्रेचर के साथ सड़क पर गिर गया। मौके पर मौजूद लोगों ने ड्राइवर को चिल्लाकर वाहन रुकवाया। लोग उग्र हो गए थे। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
एंबुलेंस के पीछे संबंधित मृतक का बेटा भी बाइक से मुक्तिधाम जा रहा था। आंखों के सामने पिता के शव की यह दुर्दशा बेटे से देखी नहीं गई। मृतक के बेटे ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए।
मृतक के बेटे का कहना था कि दो-दो दिन तक मरीज की स्थिति के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। पीड़ित बेटे ने यहां तक कहा कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों को छिपा-छिपा कर मार रहे हैं। इससे अच्छा सब को जहर देकर मार दो।