Tuesday, September 23

रेलवे की मनमानी से पीडि़त जाएंगे न्यायालय

गंजबासौदा। रेलवे विभाग द्वारा रेल पटरी के किनारे किए जा रहे सीमांकन व चीराबंदी में मनमानी का आरोप लगाते हुए नागरिकों ने विरोध शुरू कर दिया है। पीडि़त नागरिकों का आरोप है कि रेलवे विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा राजस्व नक्शे को दरकिनार कर ब्लूप्रिंट के आधार पर आरपीएफ की मौजूदगी में रेलवे द्वारा पटरियों के दोनों तरफ सीमांकन कर चीराबंदी की जा रही है। जिससे दर्जनों रहवासियों के निजी प्लाट व घर प्रभावित हो रहे हैं। जबकि रहवासियों के पास प्लाट मकान की रजिस्ट्री, नामांतरण, डायवर्सन के कागजात तक मौजूद हैं। इसके अलावा वह वर्षों से मकान बनाकर रह रहे हैं। जिसका टेक्स भी नियमित रूप से नगर पालिका परिषद को जमा किया जा रहा है। पीडि़तों का कहना है कि वह रेल्वे के खिलाफ न्यायालय की शरण में जाकर न्याय की गुहार लगाएंगे। वहीं इस मामले में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी चुप्पी साधते हुए रेलवे की सीमाकंन कार्रवाई को जायज ठहराने में लगे हुए हैं।
नहीं चलेगी मनमानी
राजस्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश भू-अभिलेख के मूल नक्शे 1974-48 के अनुसार रेलवे की सीमा वेतोली फाटक से लेकर रेलवे मालगोदाम ते रेलवे लाइन से पश्चिम दिशा के अधीन है। जिसका रकबा 4.275 हेक्टेयर है। वर्ष 1922 में भोपाल-बीना के लिए रेलवे लाइन डाली गई थी। उस समय सेन्ट्रल लाइन से राजस्व की दूरी 180-185 तक मौके के अनुसार है। पूव्र में रेलवे विभाग द्वारा इसी दूरी के अनुसार भूमि का सीमांकन कर चीराबंधी कर दी थी। लेकिन अब अचानक रेलवे द्वारा नए सिरे से सीमांकन कर चीराबंदी की जा रही है। जिससे कई लोगों के निजी प्लाट, जमीन व घर रेलवे की सीमा से प्रभावित हो रहे हैं। पीडि़त आरएस ठाकुर, शंकर ने बताया कि सीमाबंदी से सैकड़ों लोग परेशान हो रहे हैं। रेलवे विभाग मनमाने ढंग से निजी भूमि को रेलवे की बताकर चीरा गाढ रही है। जबकि मांगने पर मूल नक्शा नहीं दिखाया जा रहा है। केवल ब्लूप्रिंट के आधार पर सीमांकन कर निजी भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। जिसका नागरिक विरोध कर रहे हैं। इससे शिवनगर, लाल पठार, पूर्वी कालोनी, रामनगर, स्टेशन किनारे वाले रहवासी परेशान हो रहे हैं।
नपा में जमा है टैक्स
रेलवे के सीमांकन व चीराबंदी से परेशान नागरिकगण नगर पालिका कार्यालय फरियाद लेकर पहुंचे तो सीएमओ ने शिकायत लेने से ही इनकार कर दिया। पीडि़तों का कहना है कि वह नगर पालिका को वर्षों से विभिन्न टैक्स देते आ रहे हैं। इसके बाद भी नपा ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से ही पल्ला झाड़ लिया। जबकि वह नगर पालिका परिषद के वार्ड क्रमांक 14 में निवास करते हैं।
दी प्रकरण दर्ज कराने की धमकी
महाराज सिंह, दीपसिंह, शिवशंकर शर्मा, राजू राजपूत, भगवानदास कुशवाह, किशनलाल कुशवाह, रमेश कुशवाह का कहना है कि शिकायत के बाद भी रेलवे प्रशासन द्वारा समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है। रेलवे द्वारा किए जा रहे सीमांकन और कार्यप्रणाली के खिलाफ नागरिकों के साथ सड़क पर जन आंदोलन करेंगे। पीडि़तों का कहना है कि विरोध करने पर रेलवे के अधिकारी आरपीएफ से प्रकरण दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है। जिससे नागरिकों में रेलवे के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं जब इस संबंध में रेलवे के उच्च अधिकारियों से संपर्क किया गया तो मामले की जांच पड़ताल का कहकर पल्ला झाड़ लिया।