इंदौर। किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने संभाग में नया प्रयोग किया है। संभाग के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व कन्या महाविद्यालयों में ऑटोमैटिक सेनेटरी पेड मशीन लगाने की तैयारी है। इस मशीन में दो व पांच रुपए डालते ही नेपकिन मिलेगी। नवाचार के पहले चरण में इंदौर समेत तीन जिलों के पांच स्कूल व कॉलेजों में मशीनें लगाई हैं। दूसरे चरण में अब इंदौर के 60 चिह्नित स्कूलों में मशीनें लगेंगी।
निचली बस्तियों में रहने वाली किशोरियों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने के लिए विभाग ने ‘सयानी नाम से कार्यक्रम की शुरुआत की है। समय के साथ शारीरिक परिवर्तन को आंगनवाड़ी में समझाने के साथ ही नेपकिन की खरीदी की झिझक को खत्म करने के लिए विभाग ने ऑटोमैटिक मशीन लगाने की शुरुआत की है। इसके लिए प्रारंभिक स्तर पर जागरुकता फैलाने व नेपकिन मुहैया करवाने के लिए इंदौर, खंडवा व बड़वानी के कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को चुना गया। इंदौर में खातीपुरा आंगनवाड़ी केंद्र, महू में कन्या उमावि, बड़वानी में कन्या उमावि और खंडवा में कन्या महाविद्यालय के साथ कन्या उमावि में पांच मशीनें लगाईं। विभाग की मानें तो २५-५० नेपकिन की क्षमता वाली इस मशीन में दो से पांच रुपए तक डालने के साथ ही नेपकिन मिल रही है।
संभागभर में 200 कन्या स्कूलों में लगेगी मशीन
महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त संचालक डॉ. संध्या व्यास ने बताया, पहले चरण में उक्त पांच स्कूलों में मशीनें लगाने के बाद कमिश्नर संजय दुबे ने इसे पूरे संभाग में लागू करने की मंशा जताई है। उन्होंने बताया, अब दूसरे चरण में इंदौर के 60 स्कूलों में मशीनें लगेंगी। इन्हें चिह्नित किया गया है। इसके अलावा संभागभर के 200 कन्या उमावि व कन्या महाविद्यालयों में भी मशीनें लगेंगी