
- यादव बोले-हमने 11 हजार करोड़ माफ किए; पटेल ने कहा- बीमे का 1 रुपया भी जमा नहीं किया
- पटवारी बोले- किसानों पर पूछे गए 400 सवालों में से 70 का एक ही जवाब आया
विधानसभा में सोमवार को कृषि विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के विधायकों द्वारा किसानों की कर्जमाफी को लेकर पूछे सवालों पर कृषि मंत्री कमल पटेल का संतोषजनक जवाब न मिलने की वजह से विपक्ष ने सदन से वाक आउट कर दिया। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मंत्री सारी बातें घुमा-फिराकर कर रहे हैं। किसानों की कर्जमाफी का कहीं जिक्र नहीं कर रहे हैं। भावांतर योजना के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। सदन में चर्चा के दौरान पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव और कृषि मंत्री कमल पटेल आमने सामने आ गए। यादव का कहना था कि हमारी 15 महीने की सरकार में 27 लाख किसानों का 11 हजार करोड़ रुपए का कर्जमाफ किया। इसके जवाब में पटेल ने कहा कि किसानों के बीमा का एक रुपया तक तो जमा किया नहीं, किसानों के हित की बात कर रहे हैं। पटेल ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 11 महीने में 83 हजार करोड़ रुपए किसानों पर खर्च किए हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस की सरकार में छिंदवाड़ा में चने की पैदावार प्रति हैक्टेयर 19 क्विंटल बता दी गई और होशंगाबाद में 15 क्विंटल। मैने प्रमुख सचिव से पूछा कि चने की पैदावार में छिंदवाड़ा कब होशंगाबाद से आगे हो गया। थोड़ी देर बाद पीएस वापस आए और फाइल पर होशंगाबाद में भी चने की पैदावार 19 क्विंटल प्रति हैक्टेयर कर दी। तब मैंने कहा कि ये कैसे तो उन्होंने बताया कि यह मुख्यमंत्री और मंत्री की वजह से किया गया था। बाद में मैंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में प्रति हैक्टेयर चने की पैदावार 20 क्विंटल की।
इधर, चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बड़े आश्चर्य की बात है कि किसानों को लेकर सदन में पूछे गए 400 में से 70 सवालों का एक ही जवाब आया है कि जानकारी एकत्र की जा रही है। इससे साफ है कि किसानों के प्रति राज्य सरकार कितनी संवेदनशील है। पिछले 15 साल की भाजपा सरकार के कार्यकाल में 23 हजार किसानों ने आत्म हत्या की है। पटवारी ने कहा कि मंत्री यह बताएं कि बचे हुए किसानों का कर्जमाफ करेंगे या नहीँ।
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प्रश्नकाल में सिर्फ पहली बार के विधायकों को मौका
सुबह प्रश्नकाल में सिर्फ पहली बार के विधायकों को मौका दिया गया। इस दौरान 15 प्रश्न पूछे गए। मेवाराम जाटव ने भिंड व मुरैनाके किसानों को भुगतान नहीं होने का मामला उठाया।खाद्य मंत्री के उत्तर से असंतुष्ट होकर वे धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस ने पीईबी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाया जीतू पटवारी ने पीईबी की कृषि विस्तारअधिकारी परीक्षा में गड़बड़ी का मामला उठाते हुए कहाकि इस संबंध में गोविंद सिंह ने ध्यानाकर्षण दिया है,लेकिन चर्चा नहीं कराई जा रही। इससे असंतुष्ट कांग्रेसविधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
वोटर लिस्ट रिवीजन की मांग
पीसी शर्मा ने वोटर लिस्टमें गड़बड़ी का मामला उठाते हुए कहा कि उसका नएसिरे से रिवीजन किया जाए। रामेश्वर शर्मा नेकहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की मतदातासूची के आधार पर रिवीजन हो।
मामला पैसे लौटाने का
10 हजार अपात्र किसानों से वसूली पीएम सम्मान निधि
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अपात्र पाए गए करीब पौने दो लाख किसानों को राशि वापस करने के नोटिस दिए गए हैं, जिनमें से 10 हजार किसानों से वसूली कर ली गई है। यह जानकारी राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने हर्ष यादव के प्रश्न के उत्तर में दी। सबसे ज्यादा 9323 नोटिस उज्जैन जिले में दिए गए हैं, जबकि छिंदवाड़ा में सबसे अधिक 2041 किसानों से राशि वापस ली गई है।
विधानसभा में दिए जा रहे उत्तर सही नहीं : जयवर्द्धन
पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री व कांग्रेस विधायक जयवर्द्धन सिंह ने
विधानसभा में सही उत्तर नहीं देने का आरोप लगाया है।उन्होंने कहा कि 10 मार्च को उनके प्रश्न के उत्तर में जेंडरबजट पर विभाग के वार्षिक प्रतिवेदन में दी गईजानकारी को ही नकार दिया गया। एमएसएमई विभागके बजट अनुमान में जेंडर बजट का प्रावधान नहीं किया गया है।