
गंजबासौदा
नएखनिज नियमों का पालन विकासखंड में नहीं हो रहा है। तो बेतवा और पारासरी नदी के तटों से मिट्टी की खुदाई बंद नहीं हो पा रही है। ही चिन्हित स्थानों पर भट्टे लग रहे हैं। जबकि शासन के आदेश पर राजस्व विभाग ने शहर सहित गांवों में ईंट भट्टा लगाने के लिए जगह चिन्हित कर दी है। शहर मे जितने भी ईंट भट््टे चल रहे हैं किसी के पास भी खनिज विभाग की लीज नहीं है। सभी बिना अनुमति कारोबार कर रहे हैं। इस कारोबार के लिए शासन ने नए नियम बनाए हैं। इसके चलते अब कुम्हार अनुसूचित जाति के लोगों को भी खनिज विभाग से ईंट निर्माण के लिए लीज लेना आवश्यक है। बिना लीज कारोबार अवैधता की श्रेणी में माना जाएगा। मिट्टी खनन पर लगाई गई है रोक
ईंटनिर्माण के लिए मिट्टी खनन पर शासन ने रोक लगाई है। इसके तहत निर्माता कारोबार के लिए मिट्टी चिन्हित खदान से ही ला सकते हैं। वर्तमान में ईंट बनाने के लिए जितनी मिट्टी उपयोग की जा रही है वह नदी नालों के तटों को खोदकर लाई जा रही है। इससे नदी और नालों के तट फैल रहे हैं। इसका असर बारिश के समय दिखाई देता है। नदी नालों का पानी बस्तियों के लिए खतरा बन जाता है। नदी बहाव का नया रास्ता खोज लेती हैं। प्रशासनने चौरावर पठार पर दी जगह
प्रशासनने कुम्हारों को ग्राम चौरावर पठार पर ईंट बनाने के लिए जगह आवंटित की है। पटवारियों ने गांवों में ईंट बनाने के लिए जगह का आवंटन किया है। उसके बाद भी किसी ने अपना करोबार नहीं समेटा है। भट्टे बिना रोक टोक शहर के आसपास ही चल रहे हंै। जबकि सभी ईंट भट्टा संचालकों को आवंटित जमीन पर ही कारोबार शुरु कराना चाहिए। होगी कार्रवाई
^ईंटनिर्माण के लिए जगह ग्राम चौरावर में जमीन आवंटित की जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह उपलब्ध कराई जा चुकी है। कारोबारियों को आवंटित जगह पर ही अपना कारोबार करना चाहिए। नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी। ओपीश्रीवास्तव, एसडीएम गंजबासौदा betwaanchal.com