Sunday, October 19

चौथी पारी में शिवराज हुए आक्रामक:सुशासन को लेकर CM की नई परिभाषा, जनता परेशान न हो… दादा, गुंडे, बदमाश, फन्ने खां ये कोई नहीं चलने वाले

  • कांग्रेस से सत्ता लेकर चौथी बार मुख्यमंत्री बने शिवराज के तेवर इस पारी में सख्त हो गए
  • सीएम ने पहले भी चेताया था- आजकल अपन खतरनाक मूड में हैं… माफियाओं, मध्यप्रदेश छोड़ जाना वर्ना जमीन में गाड़ दूंगा

आजकल अपन खतरनाक मूड में हैं… गड़बड़ करने वाले को छोड़ेंगे.. वोड़ेंगे नहीं…, फारम (फॉर्म) में है मामा.. और जे एक तरफ माफियाओं के खिलाफ अभियान चल रहा है.. मसल पावर का, माफिया सुन लो रे मध्य प्रदेश छोड़ जाना नहीं जमीन में गाड़ दूंगा 10 फीट। पता नहीं चलेगा कहीं भी किसी को। सुशासन का मतलब जनता परेशान न हो.. दादा, गुंडे, बदमाश, फन्ने खां ये कोई नहीं चलने वाले..।

यह शब्द हैं 10 महीने पहले कांग्रेस की सरकार गिराकर चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने शिवराजसिंह चौहान के। शिवराज इस बार अलग ही रंग में हैं और विरोधियों के साथ माफियाओं को कड़ा संदेश देने के लिए ‘उग्र’ अंदाज अपनाने से बिल्कुल नहीं चूक रहे। पिछले तीन कार्यकाल में वे बेहद भावुक अंदाज में भाषण देने के लिए जाने जाते थे।

खासकर, जमीन में 10 फीट गाड़ देने वाली भाषा शिवराज की कभी नहीं रही है। पिछले तीन कार्यकाल में वे राज्य को दंगामुक्त, भयमुक्त बनाने में कामयाब रहे और इसी पर उनका जोर रहा। शिवराज भले माफियाओं का जिक्र करते हुए उन्हें जमीन में गाड़ देने की बात कर रहे हों, लेकिन इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। प्रदेश की राजनीति के उतार-चढ़ाव पर नजर रखने वालों के मुताबिक इस सबके पीछे या तो केंद्र से कुछ इशारा है या उन्हें हाईकमान ने सख्त फैसले के लिए फ्री हैंड दे दिया है। शिवराज जैसे दूसरे ‘योगी’ के रूप में ढलते नजर आ रहे हैं।

शिवराज अपनी चौथी राजनीतिक पारी नए तरीके से खेल रहे हैं। पार्टी के भीतर भी ढेर सारे असंतुष्टों को साथ लेकर चलना है। चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के 100 दिन होने पर शिवराज ने कहा था कि यह कांटो भरा सफ़र है। जानकारों का मानना है कि अगर शिवराज इस पारी के चक्रव्यूह को कामयाबी से भेदकर बाहर निकल आए तो बीजेपी की अग्रिम पंक्ति में अपनी स्थाई सीट सुरक्षित कर लेंगे और तब अगला विधानसभा चुनाव जीतना भी भाजपा के लिए आसान हो जाएगा। शिवराज सिंह चौहान की छवि अभी तक कूल नेता की तरह थी। लेकिन पिछले दिनों हुए सख्त फैसलों और उनके लहजे से वह अपनी नई इमेज गढ़ रहे हैं।

वह बयान जिसमें शिवराज का नया और सख्त रूप देखने को मिला…

अफसरों को चेतावनी- गड़बड़ी की तो टांग दूंगा

शिवराज सिंह चौहान ने नौकरशाहों के प्रति भी सख्ती दिखाई। सरकारी अफसरों और सरकारी प्रोजेक्ट से जुड़ी कंपनियों में गड़बड़ी रोकने के लिए उन्होंने सभी को चेताया। एक बार कहा – ‘ग्लोबल स्किल पार्क मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट, गड़बड़ी की तो टांग दूंगा’।

(भोपाल में नवनिर्मित ग्लोबल स्किल पार्क का निरीक्षण के दौरान 5 दिन पहले)

माफियाओं को चेताया… जो गड़बड़ करेगा, वो परिणाम भुगतेगा

शिवराज ने प्रदेश में हर तरह के माफिया को सीधी चेतावनी दी। कहा- माफिया चाहे कोई भी हो, उन्हें कोई बचा नहीं सकता। अवैध कब्जा, अपराध, ड्रग्स जैसे कारोबारियों के लिए उन्होंने कहा कि जो गड़बड़ करेगा वो परिणाम भुगतेगा।

(पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के एक कार्यक्रम में )

लव जिहाद जैसा कुछ किया तो बर्बाद हो जाओगे

सरकार सभी की है. सभी धर्मों और जातियों की। कोई भेदभाव नहीं है, लेकिन अगर कोई हमारी बेटियों के साथ कुछ गलत करने की कोशिश करता है, तो मैं उन्हें तोड़ दूंगा. अगर कोई धर्म परिवर्तन करता है या ‘लव जिहाद’ जैसा कुछ करता है, तो आप नष्ट हो जाएंगे।

(3 दिसंबर को सीहोर में किसानों के सम्मेलन में)

सारे बदमाश मध्यप्रदेश छोड़ देना वरना 10 फीट नीचे गाड़ दूंगा

मुख्यमंत्री चौहान ने किसान सम्मान निधि कार्यक्रम में प्रदेश में माफिया, बदमाश और गुंडों को चेतावनी दी। उन्होंने मंच से कहा- आजकल अपन खतरनाक मूड में हैं। गड़बड़ करने वालों को छोडेंगे नहीं, फॉर्म में हैं मामा। माफिया के खिलाफ अभियान चल रहा है।

(होशंगाबाद जिले के बाबई हाईस्कूल मैदान में 25 दिसंबर को)

महाकाल का तीसरा नेत्र खुल गया है, ड्रग माफिया, भू-माफिया और दादागीरी करने वालों को तबाह कर देंगे

शिवराज सिंह चौहान ने कहा- महाकाल का तीसरा नेत्र खुल गया है। ड्रग माफिया, भू-माफिया, जमीनों पर कब्ज करने वाले, दादागीरी करने वाले, बेटी-बहनों को छेड़ने वाले, चिटफंड कंपनी के नाम पर धोखा देने वाले सावधान हो जाएं। उन्हें तबाह और बर्बाद करके छोड़ेंगे। अपराधी सावधान हो जाएं। कोई नहीं बचेगा। माटी में मिला दूंगा।

(उज्जैन में कालिदास अकादमी में दिव्यांगों को बैटरी चलित ट्राई-साइकिल वितरण कार्यक्रम में 3 दिन पहले)

मामा फाॅर्म में है…अवैध कब्जा करने वाले, ड्रग माफिया किसी को नहीं चलने दूंगा

मुख्यमंत्री ने कहा आज कल अपन खतरनाक मूड में हैं। गड़बड़ करने वाले को छोड़ेंगे नहीं, मामा फार्म में है। एक तरफ माफियाओं के खिलाफ मसल पावर का अभियान चल रहा है, रसूख का इस्तेमाल करके, कहीं अवैध कब्जा कर लिया, भवन टांग दिया, कहीं ड्रग माफिया.. सुन लो रे! मध्य प्रदेश छोड़ दो नहीं तो जमीन में गाड़ दूंगा। पता नहीं चलेगा। उन्होंने सुशासन का मतलब बताया- जनता परेशान न हो, दादा, गुंडे, बदमाश, अब किसी को नहीं चलने दूंगा।

(रायसेन में एक सभा को संबोधित करते हुए 26 दिसंबर को)