Monday, September 22

सिरोंज-डेढ़ साल में भी नहीं बन पाई भोपाल रोड

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सिरोंज-डेढ़साल पहले हुए भूमिपूजन के बाद भी सिरोंज-भोपाल रोड की दुर्दशा में सुधार नहीं हो सका है। 181 करोड़ रुपए की लागत से बन रही इस सड़क का एक चौथाई काम भी अभी तक पूरा नहीं हुआ है। सड़क के गड्ढे लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बने हुए हैं। इन गड्ढों की वजह से तीन घंटे का सफर पांच घंटे में पूरा हो रहा है।

सिरोंज-भोपाल रोड पर हर गुजरते दिन के साथ ही इस सड़क के गड्ढों में इजाफा होता जा रहा है। अभी तक सिरोंज से कांकरखेड़ी के बीच स्थित 13 किलोमीटर तक का सड़क का हिस्सा अच्छी स्थिति में था लेकिन अब वह भी पूरी तरह जर्जर होता जा रहा है। जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से इस सड़क पर बड़ी संख्या में एक से डेढ़ फीट गहरे और दस से बारह फीट चौड़े गड्ढे हो गए हैं।betwaanchal.com

इन गड्ढों का आकार लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसमें भी कांकरखेड़ी की घाटी से शमशाबाद के बीच की सड़क के हालत तो बेहद ही खस्ता हो गई है। इस खस्ताहाल सड़क पर सभी प्रकार के वाहन हिचकोले खाते हुए चलते दिखाई देते हैं। सड़कों के गड्ढे दुर्घटना का सबब भी बन रहे हैं। मोटरसाइकल चालक एवं चौपहिया वाहन चालक आए दिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इनमें शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के रहवासियों की संख्या ज्यादा होती है। सड़क निर्माण तो दूर की बात है। प्रशासन द्वारा सड़क की मरम्मत की कोशिश भी नहीं की जा रही है।

कंपनी को नोटिस दिया है।

^भोपाल-सिरोंजरोड का निर्माण ट्रांसट्राय कंपनी द्वारा किया जा रहा है। सड़क निर्माण और मेंटेनेंस में लापरवाही को लेकर कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। मेंटेनेस कार्य के लिए डिवीजनल मैनेजर को भी कहा है। शीघ्र ही काम शुरू होगा। एनचांदोरिया, प्रभारी अधिकारी एमपीआरडीसी।

पूर्व मंत्री लक्ष्मीकंात शर्मा के विशेेष प्रयासों से सिरोंज-भोपाल रोड के लिए 181 करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई थी। डेढ़ साल पहले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भोपाल में इस सड़क का भूमिपूजन किया था। एमपीआरडीसी की इस सड़क का निर्माण ट्रांसट्राय कंपनी द्वारा किया जा रहा है। डेढ़ साल में एक चौथाई काम भी पूर्ण नहीं हो सका है। सड़क को लेकर कुछ समय पूर्व बस आपरेटरों द्वारा हड़ताल भी की गई थी लेकिन उसके बाद भी सड़क निर्माण का काम तेज नहीं हो सका है। स्थानीय जिम्मेदारों द्वारा भी सड़क को लेकर जब-तब दावे तो किए जाते हैं लेकिन सार्थक प्रयास अब तक नहीं किए गए।

ज्यादा वाहन चालक विदिशा मार्ग का करते हैं उपयोग

सिरोंज-भोपालरोड पर हर दिन 30 से अधिक यात्री बसों का संचालन होता है। सामान्य नागरिकों के अलावा इस सड़क का प्रयोग अब सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के यात्री ही करते हैं। निजी चौपहिया वाहन चालक इस सड़क से आने -जाने में कतराते हैं। निजी वाहन चालक भोपाल जाने के लिए अब विदिशा मार्ग का प्रयोग करने में ही भलाई समझते हैं। हालांकि विदिशा मार्ग से भोपाल का सफर करीब 30 किलोमीटर ज्यादा लंबा और महंगा पड़ता है लेकिन ज्यादा सुविधाजनक एवं समय बचाने वाला होता है। साधारण यात्री भी बासौदा होते हुए आधा सफर ट्रेन से पूरा करने में ही ज्यादा सुविधा समझ रहे हैं।

खराब रोड से 5 घंटे में तय होती है 105 किमी की दूरी

सिरोंजसे भोपाल के बीच की दूरी 105 किलोमीटर है। अच्छी सड़क होने पर बस से यह दूरी 3 घंटे में पूरी होती है। सिरोंज से भोपाल के बीच चलने वाली बसों के लिए यही निर्धारित समय भी है। बावजूद इसके जर्जर सड़क ने निर्धारित समय पर पहुंचने की यात्री और बस चालकों की मंशा को एक तरफ कर दिया है। हालात यह है कि वर्तमान में इस सड़क से सिरोंज और भोपाल के बीच का सफर 5 घंटे में पूरा होता है। सफर पूरा करने के बाद यात्रियों की दशा भी देखने लायक होती है। उनके हाथ-पैर धूल से सने हुए दिखाई देते हैं। इस पर गड्ढों की वजह से बदन में होने वाले दर्द की कहानी अलग होती है।

पौने दो करोड़ से भी ज्यादा लागत से बनने वाली सिरांेज-भोपाल रोड की हालत हुई खराब