Tuesday, September 23

राजिस्थान की सियासत ओर पिसती जनता

राजिस्थान की राजनीति में अचनाक आये भूचाल ने राज्य की जनता का बेहाल कर दिया है । कोरोना के इस भीषण संकट के दौर में प्रदेश की सरकार अपनी खिस्कती सियासत को बचाने में लगी है । प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में है । अभी तक तो ये संकट कांग्रेस का अंदरूनी था ।पर कांग्रेस ने राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी ओर धरना देकर इसे सांवैधानिक वना दिया है । क्योंकि मुख्यमंत्री का ये कहना कि हम राज्यपाल की सुरक्षा नहीं करेंगे । इससे सभी लोग सकते में आ गये इतना ही नहीं गहलोत सरकार की आलोचना भी शुरु हो गई ।

आपको याद होगा कांग्रेस का यह आपसी विवाद उस समय से चल रहा हें जव भाजपा को हराकर कांग्रेस ने सत्ता पाई थी ।मुख्यमंत्री वनने लेकर अशोक गहलोत ओर सचिन पायलट के बीच खूव खींचातानी हुई ,इसके बाद प्रियंका बाड्रा के हस्तक्षेप के बाद अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री वना दिया गया। पर सचिन पायलट के मन में कहीं न कहीं टीस तो चल ही रही थी ।

अव सचिन पायलट ने समर्थन बापिस ले लिया है तो गहलोत सरकार मुस्किल में दिख रही है । अशोक गहलोत सरकार बचाने में लगे है ओर प्रदेश की जनता परेशान हो रही है।