Monday, September 22

बंगलों का अतिक्रमण..

गजब है साहब आप देश के रहनुमा है ।आप अलग अलग बंगलों में रहकर आम जन मानस की कमाई के पैसे से मौज कर सकते है । परेशान तो साहब सिर्फ आम आदमी है जो एक छात के लिए दो चार कर रहा है । दुख तो तव होता है साहब जव आप लोग सिद्धांतों की दुहाई देते है ।ओर पूरे देश को ये बताने का प्रयास करते है कि आपको देश ओर समाज की कितनी चिंता है।

हम बात कर रहे है गांधी परिवार की जो अलग अलग सरकारी तीन बंगलों का इस्तेमाल कर रहे है ।एक बंगाला सोनिया गांधी का जो 15181 वर्ग मीटर का है दूसरा बंगाला राहुल गांधी का जो तकरीबन 5000 वर्ग मीटर का है ओर तीसरा बंगला प्रियंका बाड्रा का जो ढाई हजार वर्ग मीटर का है । मां बेटा साथ रह सकते है पर अलग अलग बंगला में प्रियंका बाड्रा किस हैसियत से सरकारी बंगाला में रह रही थी पता नहीं ये सव सबाल अव आम जनता पूछने लगी है।

दिल्ली जैसी जगह में आप लोग अलग अलग बंगलों मे रहते है ये बात देश को पता ही नहीं थी । अभी तक तो यह सुना था की कमरे अलग अलग होते है मां का कमरा अलग , बेटे का कमरा अलग , बहन का कमरा अलग ।पर यहां तो सभी के बंगले ही अलग अलग क्या गजब का खेल है । मां बेटा साथ नहीं रह पा रहे ।इतने बढे बढे बंगलों कि क्या जरूरत है।

आखिर कितना पैसा खर्च होता होगा इन बंगलों पर । खैर आम नागरिकों को तो इन बातों से कोई लेना देना ही नहीं रहता वो तो टमाटर के मेहेंगे ओर सस्ते पर उलझा रहता है।हम अपने शहर में अतिक्रमण की बात करते है पर यहां तो बढे लेविल पर अतिक्रमण है।