Monday, September 22

कोई कश्मीरी पंडित की हत्या पर आंसू बहायेगा ?

एक ओर कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी गई ,थोडा बहुत शोरगुल ओर सव मौन क्योंकि ये मामला उनके ऐजेंड में शामिल नहीं है इससे उन्हें क्या ? कोन मरे कोन मारे जो मरा है उसके घर बाले थोडा बहुत चिल्लाएंगे ओर शांत हो जायेंगे, जिसने मारा है उसे सरकार देख लेगी । हम सव यूंही थोडी बहुत प्रतिक्रिया देकर घर बैठ जायेंगे।

आखिर कहां मर जाते है वो लोग जो जरा जरा से बातों पर हाथों में पोस्ट लेकर सडकों पर खडे नजर आते है ।वो मानवाधिकार संगठन भी बिलों मे से निकल आते है ।वो नेता भी मीडिया के सामनज घड़ियाली आंसू बहाते है। जव कश्मीर का हिन्दू प्रताड़ित होता है सव मूकदर्शक वन जाते है । आखिर कव तक कश्मीरी पंडितों को अपने अधिकार के लिए अपना बलिदान देना होगा । आखिर कोई क्यों बकालत नहीं करता इन कश्मीरी पंडितों की ।वो कश्मीरी लडकियां सोशलमीडिया पर अपने लिए न्याय मांगने के लिए कान फोडकर चिल्लाती हैं पर कश्मीरी पंडितों के न्याय के लिए कभी आबज नहीं उठाती ।

वो कथावाचक बढा भाईचारा दिखा रहे है व्यासपीठ से वो भी कभी इस दिशा में प्रयास करके दिखाते ओर जो ज्ञान हिंदुओं को दे रहे है वो जरा उन्हें देकर दिखलाते। खैर क्या लिखे कितना लिखे इस देश में एक लम्बी फौज है जो सिर्फ हिंदुओं की दुश्मन है उसे इसबात से कोई लेना देना नहीं है कि यह देश हिन्दुओं का है उन्हें भी न्याय चाहिए। उनके लिए कोई आंसू नहीं बहाता।