Tuesday, September 23

जबावदेही तो बनती है !

विपक्ष ही सत्ता को सजग रखता है ,ओर वही देश के विकास का अपरोक्ष रूप से सहभागी भी होता है ।पर विपक्ष सिर्फ़ राजनीति ही करता रहे तो उससे न तो सत्ता का भला होता ओर नाही देश के नागरिकों का ।

ओर जव वही विपक्ष कहीं राज्य सत्ता का सहभागी है। तो उसकी जिम्मेदारी दोहरी हो जाती है। पर एक ओर तो वह केन्द्र सरकार को कटघरे मे खडा करे ओर दूसरी ओर जहां राज्य सरकार के सहभागी है वहां जिम्मेदारी लेनें से भागे तो यह गलत है ।

जबावदेही तो लेनी ही होगी जव आप किसी सरकार के हिस्सा हैं ओर वह सरकार किन्ही जगह फैल हो रही है तो वह फैल गठबंधन का फैल है उसके लिए बराबर से जिम्मेदार है।क्योंकि आप उसका हिस्सा है।ऐसे में यह कहना की वहां के लिए हम जिम्मेदार नहीं। हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के राहुल गांधी की जो महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के गठबंधन मित्र है वो अलग बात है दोनों की विचारधारा अलग है पर सत्ता की मलाई में कहां सिद्धांतों का महत्व होता है।

आज कोरोना को लेकर राहुल गांधी मोदी सरकार को घेर रहे हैं ।अच्छी बात है विपक्ष को हमेशा सरकार को जगाते रहना चाहिए। पर जहां खुद भी सरकार चला रहे हो वहां की भी खबर होना चाहिए ।वहां यह कह कर वच नहीं सकते कि हमारी कोई सुनता नहीं है ।

आज महाराष्ट्र की हालत सबसे ज्यादा खराब है वहां कोरोना ने कुछ ज्यादा ही अपना प्रभाव दिखाया है । उद्धव सरकार कोरोना के रोकथाम के समय पर उचित प्रबंध नहीं कर सकी दूसरे लॉकडाउन के बाद मजदूरों की भी सबसे ज्यादा दुर्गति महाराष्ट्र मे ही हुई है।

ऐसे में जव सबाल उठेंगे तो उसमें गठबंधन के सभी साथियों की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह तो लगेंगे ही । आज मजदूर अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है। जव वह पैदल घरों को निकल रहे थे तो ये राजनीति के ठेकेदार अपने घरों में बैठे थे ।