Tuesday, September 23

क्या श्रीमती सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए था ?

महाराष्ट्र के पालघर की घटना के बाद बहुत सारे सबालों ने जन्म ले लिया हे ,जहां एक ओर महाराष्ट्र सरकार आरोपों के घेरे मे वहीं ,महाराष्ट्र की पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हे ओर इन सवके बीच ,कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी भी आरोपों के घेरे मे हैं। पालघर की घटना से पूरे देश मे आक्रोश का माहौल है ओर उस आक्रोश पर यदि राजनैतिक पार्टियां सकारात्मक कार्यवाही की बात कहे तो शान्ति का मलहम सावित होता हे।

हर वो व्यक्ति जो जनता के पैसे से प्रत्यक्ष य अप्रत्यक्ष सुख भोगता हे ,उसकी जनता के प्रति जवाबदेही वनती हे । ओर उस स्थिति मे तो ओर वनती हे जव सत्ता के साझेदार हो।ऐसे मे जव कोई व्यक्ति अपनी जवाब देही से भागता हे तो वह अपराधी हे। आप यह कहकर दूर नहीं भाग सकते कि ये हमारा क्षेत्र नहीं हे।राष्ट्र के उच्चय शिखर पर बैठने बाले व्यक्ति की जिम्दारीयां भी बढी होती हे ।

पालघर की घटना पर जव सबाल उठना शुरु हुए तो सोनिया गांधी जी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई,यहीं से सारा मामला शुरू हुआ ,इतनी घिनौनी हरकत पर भी कोई कैसे चुप रह सकता हे ,उस घटना के बारे मे अच्छा य बुरा तो बोलना चाहिए था ।बैसे भी सोनिया गांधी जी ,राहुल गांधी अक्सर ही किसी न किसी मुद्दे पर देश के लोगों को प्रेसवार्ता के माध्यम से जनता को सम्बोधित करते ही थे ,तो इसमें कोई इतनी बढी बात नहीं थी ,पर लोगों को यह लगने लगा कि मामला हिन्दू संत का हे इसलिए शायद चुप हे । बैसे देखा गया हे जव किसी मुसलमान के साथ कोई घटना घट जाती हे तो प्रियंका गांधी तो तुरंत उसके घर तक पंहुच जाती हे ।इनही सव कारणों से लोगों मे यह प्रश्न उठने लगे। ओर जनता के प्रश्न सम्बंधित तक पहुंचने का जरिया हे मीडिया ,ओर मीडिया यदि प्रश्न खडे करे तो उसे ही कटघरे मे खडा कर दो ।ऐसा कैसे चलेगा। जवाब तो देना ही होगा। क्योंकि जो जो राजनेता जनता के पैसे से सुखसुविधा भोग रहे है वो सव जनता के प्रति जवाबदार हे ,उससे भाग नहीं सकते ।सोनिया गांधी जी को पालघर की घटना पर अवश्य अपनी राय रखनी चाहिए ।बैसे भी सोनिया गांधी जी पर हिन्दू विरोधी होने के आरोप लगते रहे हे। दीपावली के दिन आदिगुरु शंकराचार्य जी को गिरफ्तार कराने की बात हो ,प्रज्ञा भारती जी की गिरफ्तारी हो पुरोहित जी की गिरफ्तारी हो ,रामसेतु के तोडने फर हलफनामा हो ऐसे सैकड़ों प्रकरण सामने आ जाते हे ।इसलिए सोनिया गांधी जी को अपनी बात रखनी चाहिए।