Sunday, November 9

चार वर्षों में नहीं लगा 185 लापता बच्चों का सुराग

1212भिंड। चंबल संभाग के भिंड जिले में पिछले चार वर्षों में 185 बच्चे लापता हो गए लेकिन पुलिस इनका सुराग लगाने में अब तक नाकाम साबित हुई है। सूत्रों के अनुसार छह से 17 वर्ष की आयु वाले इन बच्चों को बहला फुसलाकर अपहरण कर ले जाकर उन्हें काम पर लगा देने का काम निरंतर जारी है और पुलिस ऐसे मामलों में केवल गुमशुदगी दर्ज कर चुपचाप शांत बैठ जाती है। इस वर्ष अब तक 90 बच्चों की गुमशुदगी की शिकायत जिले के विभिन्न थानों में दर्ज की गयी है।
थानों में गुमशुदकी के पिछले चार वर्षों के आंकड़ों को देखा जाये तो वर्ष 2011 में 20 वर्ष 2012 में 26 वर्ष 2013 में 49 बच्चे और वर्ष 2014 में अब तक 90 बच्चों की गुमशुदकी के मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस इन अगवा बच्चों का अभी तक सुराग नहीं लगा पाई है। और साथ ही ऐसी वारदातों पर अंकुश भी लगाने में नाकाम साबित हुई है। लोगों को आशंका है कि मानव तस्करी तो नहीं की जा रही है।
हालांकि मानव तस्करी का एक भी मामला सामने नहीं आया है। लापता बच्चों के इन मामलों पर उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्देश दिए गए थे कि ऐसे मामलों में पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करे। अगवा किए गए बच्चों की खोजबीन में ढिलाई बरती गई तो संबंधित क्षेत्र के खिलाफ कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई थी।
इनका कहना है
पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना ने बताया कि लापता बच्चों के मामलों में कार्यवाही जारी है। इन बच्चों का पता लगाकर वापस लाया जायेगा। जिले के सभी थाना प्रभारियों को इन बच्चों के मामलों में कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।