Tuesday, September 23

आखिर क्या होता है लव जिहाद जिस पर हो रहा इतना बवाल

0419_loveलखनऊ। इन दिनों लव जिहाद चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। यूपी में इसे लेकर भाजपा और सपा लगातार एक-दूसरे पर हमले कर रही है। मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी इस मुद्दे को संसद में उठाने की बात कह चुकी हैं। जनता के मन में रह रहकर सवाल आता है कि आखिर क्या है लव जिहाद? जिसका नाम लेकर एक के बाद एक पार्टियां और नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
लव जिहाद दा शब्दों से मिलकर बना है। अंग्रेजी के शब्द लव यानि प्यार, इसके लिए किसी परिभाषा की जरूरत नहीं है। यह एक गहरा और खुशनुमा एहसास है। वहीं, जिहाद शब्द का जन्म इस्लाम के साथ ही हो गया था। यह अरबी भाषा का शब्द है। इसका अर्थ माना जाता है कि अपने धर्म की रक्षा के लिए विधर्मियों से जंग करना। इसी जिहाद को आगे बढ़ाने के लिए जब एक धर्म विशेष को मानने वाले प्यार का सहारा लेते हैं। इसे ही लव जिहाद करते हैं। इसके लिए धर्म विशेष के लोग दूसरे धर्मों की लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाते हैं। उनसे शादी करते हैं। इसके बाद युवती पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालते हैं। बताया जा रहा है कि इस काम से जुड़े युवकों को विदेशों से फंडिंग भी मिल रही है। इसे रोमियो जिहाद के नाम से भी जाना जाता है।
भारत में कब उठा? लव जिहाद का मामला
लव जिहाद का सबसे पहला मामला यूपी में ही सामने आया था। साल 2006 इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस राकेश शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को जांच के आदेश दिए। इसमें दो युवतियों के परिवार ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटियों का प्यार के आड़ में जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। इसके बाद ऐसे ही मामले दक्षिण भारत के राज्यों कर्नाटक और केरल में भी सामने आया। ज्यादातर मामलों में कट्टर मुस्लिम युवकों पर आरोप लगे कि वे अपना नाम बदलकर हिंदू लड़कियों से नजदीकियां बढ़ाते हैं। इसके बाद झूठा प्यार का नाटक कर शादी कर लेते हैं। इसके बाद उनका जबरन धर्म परिवर्तन करा देते हैं। दक्षिण भारत के कुछ हिंदू, सिख और ईसाई संगठनों ने मुस्लिम संगठनों पर आरोप लगाया कि वे प्यार की आड़ में धर्म परिवर्तन को बढ़ावा दे रहे हैं। यह मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंचा। यहां दो युवतियों ने आरोप लगाया कि उन्हें धोखे से प्रेम के जाल में फंसाया गया। इसके बाद धर्म परिर्वतन के लिए मजबूर किया गया। हाईकोर्ट के सामने हिंदू और ईसाई संगठनों ने आरोप लगाया कि ऐसे धर्म परिवर्तन में लगे युवकों को विदेश से पैसा दिया जाता है। इस मामले में केरल हाईकोर्ट ने राज्य और केेंद्र सरकार को मामले की जांच के लिए कहा। हालंकि जांच एजेंसियों में लव जिहाद जैसे किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई।
ब्रिटेन में भी उठा था लव जिहाद का मामला
नब्बे के दशक में इस संबंध में ब्रिटेन में रह रह रहे सिख समुदाय द्वारा भी चिंता जाहिर की गई थी। उनके मुताबिक, उनके परिवार की लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। मुस्लिम लड़के अपने आपको सिखा बताकर सिख लड़कियों से जान पहचान बढ़ाते हैं।
शिया धर्मगुरू इसे किसी धर्म से जोड़कर के नहीं देखें
शिया धर्मगुरू कल्बे जव्वाद के इस मसले पर बोलते हुए कहा कि भारत में प्रेम विवाह प्रचलित है। कहीं हिंदू लड़कियां मुसलमान लड़कों से शादी कर रही हैं। इसी तरह कहीं मुसलमान लड़कियां हिंदू लड़कों से रिश्ता जोड़ रही हैं। इसके अलावा कई धर्मों के युवक-युवतियों के बीच प्रेम विवाह हो रहा है। ऐसे में किसी धर्म को विशेष से प्रेम और विवाह के मामलों से को जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
सुन्नी धर्मगुरू अपने-अपने धर्मों में करें शादी
सुन्नी धर्मगुरू मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की राय इस मामले में सबसे अलग है। उनका मानना है कि दूसरे धर्म में शादी करने से परिवार, समाज और धर्म में तमाम तरह की जटिलताएं आती हैं। उनकी राय है कि ऐसे हालात से बचने के लिए हिन्दू और मुसलमान अपने धर्म में शादी करें। जिहाद शब्द का अर्थ है कि किसी नेक काम के लिए कोशिश करना, लेकिन बीजेपी ने इसे लव जिहाद का नाम देकर एक पवित्र शब्द का अपमान किया है।