देहरादून। प्रदेश में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की अलग-अलग घटनाओं में 30 लोगों के मारे जाने की सूचना है। राजधानी देहरादून में ही पिछले 48 घंटे में हुई मुसलाधार बारिश से काफी नुकसान हुआ। वहीं अगले 24 घंटे प्रदेश में बारिश से हालात खतरनाक हो सकते हैं। राजपुर के काठ बंगला क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात दो बजे पहाड़ी दरकने से तीन मकान टूट गए। जिसमें साल लोग जिंदा दफन हो गए। एक महिला चंद्रकला को छह घंटे बाद मलबे पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने निकाला। एक छात्र नेता तेज बहाव में बह गया। रायुपर के मालदेवता में 500 मीटर सड़क बहने से दर्जनों गांव का राजधानी से संपर्क कट गया है। जबकि रिस्पना और बिंदाल के तट पर बसी बस्तियों में भी काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन ने स्कूलों में एहतिहात के तौर पर छुट्टी कर दी है। पौड़ी जिले में दो जगह बादल फटने की घटनाओं में 10 लोग मारे गए। तहसील यमकेश्वर के ग्राम दियूली व जामल में पांच लोग मारे गए, दो भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए। तहसील पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक के ग्राम नौड़ी में दो व्यक्ति की मौत हो गई। तहसील लैंसडाउन के ब्लाक द्वारीखाली के तहत ग्राम परसोली और सिमली कुटी में बादल फटने से पांच लोग मारे गए। जिले में कुल 14 लोग मारे गए और 8 भवन पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। पिथौरागढ़ जिले की मुनस्यारी तहसील के अंतर्गत गिनी बैंड व गिरगांव के बीच गड्यार गाड में 3 व्यक्तियों की पानी के तेज बहाव में बहने की सूचना है। एक व्यक्ति की मौत हो गई है। दो घायल बताए जा रहे हैं।