राजस्थान। सूखे की आशंका को दरकिनार करते हुए गुरूवार को प्रदेशभर में बादल जमकर बरसे। अजमेर, कोटा, बूंदी, चितौडग़ढ़ समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात हो गए हैं। इधर, बारिश से अजमेर में दो लोगों की मौत हो गई। बारां जिले के कई हिस्से नदी-नालों के उफान पर होने के कारण रोडवेज समेत 73 फीसदी वाहन नहीं चल पाए। अधिकांश डेयरियां बंद रहीं। लोगों को दूध सब्जी जैसी दैनिक उपयोग की वस्तुओं के लिए परेशान होना पड़ा। बारिश के कारण चितौड़-कोटा रेल मार्ग बाधित रहा। कई ट्रेनों के रूट बदले गए। जोधपुर में रेल लाइन में बारिश का पानी भरने से प्वाइंट में खराबी आ गई, जिससे कई गाडिय़ां विलंब से चलीं। जिले की तीन तहसील में गुरूवार तड़के जोरदार बारिश से बाढ़ के हालात हो गए। हालात ये बने कि तीनों तहसील केकड़ी, सरवाड़ व भिनाय के छोटे-बड़े ताल तलैया लबालब हो गए। भिनाय में सर्वाधिक 274 मिमी बारिश दर्ज की गई। केकड़ी व सरवाड़ में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। जिला कलेक्टर भवानी सिंह देथा, विधायक शत्रुघ्र गौतम तथा केकड़ी पालिका अध्यक्ष ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा है।
संभागभर में गुरूवार को भी बारिश जारी रही। बारां जिले के शाहाबाद में सुबह 8 बजे तक 10 इंच बारिश दर्ज की गई। खातोली के पास पार्वती नदी की पुलिया के ऊपर से 32.8 फीट पानी का बहाव है। लागातार बारिश से बारा से नाहरगढ़ सांगोद, झालावाड़, खातौली, रामगढ़ आदि मार्गों पर बसों का संचालन भी बंद रहा। पिछले दो दिन से हो रही बारिश से नदी-नालों के ऊफान से कोटा-श्योपुर, कोटो देई नैनवां कोटा इकलेरा वाया धुलेट तथा कोटा कैथून सांगोद मार्ग पर रोडवेज की नहीं चली 23 बसें, यात्री परेशान हुए। रावतभाटा में 6 इंच बारिश राणाप्रताप।