Monday, September 22

पौष माह की पूर्णिमा तिथि से महाकुंभ मेले की शुरुआत होती है। यह दिन श्रद्धालुओं के लिए मोक्ष प्राप्ति के अवसर प्रदान करता है।

महाकुंभ और पौष पूर्णिमा के बीच धार्मिक और आध्यात्मिक तौर पर गहरा संबंध है। यह आयजोन विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन माना जाता है। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से लोग हिस्सा लेने के लिए आते हैं। आइए जानते हैं महाकुंभ की पौष पूर्णिमा से संबंध।

पौष पूर्णिमा के दिन से साधु-संत अपने अनुयायियों के साथ महाकुंभ क्षेत्र में अपने आध्यात्मिक अनुष्ठान और ध्यान-धारणा का आरंभ करते हैं। साथ ही शाही स्नान की शुरुआत करते हैं।

चंद्र और पौष मास का संयोग- पौष पूर्णिमा उस समय आती है जब पौष मास में चंद्रमा पूर्णता को प्राप्त करता है। यह दिन सकारात्मक ऊर्जा और अध्यात्मिक शुद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह दिन किसी नए कार्य कार्य की शुरुआत करने के लिए शुभ माना जाता है।