
सीरिया में छाए गतिरोध के बीच अब अमेरिका की भूमिका को लेकर कई रणनीतिकार भड़क गए हैं। पश्चिम एशिया के रणनीतिकार वैल अव्वाद ने इसे लेकर कहा है कि अमेरिका सीरिया, इराक और ईरान (Iran) में संघर्षों समेत मध्य पूर्व में गहराई से शामिल है। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बयान पर रणनीतिकार ने कहा कि आज इन देशों की जो हालत है और जो भी संघर्ष है उसका जिम्मेदार अमेरिका भी है। उन्होंने सीरिया, लेबनान, इराक और ईरान में मौजूदा स्थिति के लिए अमेरिका की विदेशी हस्तक्षेप नीति को जिम्मेदार ठहराया।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान वैल अव्वाद ने कहा कि अमेरिका ने जब इराक पर हमला किया, तो इराक पर कब्ज़ा करने का क्या कारण था? इराक पर आक्रमण 2003 में इसलिए हुआ क्योंकि अमेरिका इराक के तेल और संसाधनों पर नियंत्रण करना चाहता था। अमेरिका ने ही ISIS को भी बनाया और फिर अल-कायदा को फिर से जिंदा किया। अमेरिका ने ही अफगानिस्तान को बनाया। यही अमेरिका की नीति है। बता दें कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया के हालातों पर बयान जारी कर कहा था ये अमेरिका की लड़ाई नहीं है। इन सबका अमेरिका से कोई लेना-देना नहीं है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि “सीरिया में विद्रोहियों ने कई शहरों पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया है। रूस यूक्रेन में बहुत उलझे हुआ है रूस ने सालों से इस देश को बचाए रखा है, असद को खुद बाहर निकाले जाने की संभावना है, जो सीरिया के अच्छा साबित हो सकता है।
ट्रंप ने कहा था कि ये वही जगह है कि जहां पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने रेत में लाल रेखा की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करने से इनकार कर दिया मौका देखकर रूस ने दखल दिया और सब कुछ बिगाड़ दिया। ओबामा को वास्तव में बेवकूफ़ दिखाने के अलावा, सीरिया में रूस के लिए कभी भी कोई ज़्यादा फ़ायदा नहीं हुआ।”ट्रंप ने कहा था कि “सीरिया एक गड़बड़ है, लेकिन वो अमेरिका का दोस्त नहीं है