
कोयले और स्टील के लिए मशहूर झारखंड (Jharkhand Election) की सत्ता की चाबी एससी-एसटी (ST-SC) के लिए आरक्षित 37 सीटों में छिपी है। जो भी गठबंधन इनमें से अधिक सीटें जीतेगा, झारखंड की सत्ता का ताज उसके सिर पर सजेगा। आदिवासी बहुल झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में अनुसचित जनजाति (ST) के लिए 28 तथा अनुसूचित जाति (SC) के लिए 9 सीटें आरक्षित है। पिछले दो विधानसभा चुनावों को देखें तो जिस दल ने इन सीटों पर वर्चस्व कायम किया है, झारखंड में उसकी सरकार बनी है। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से विश्लेषण करें तो इस बार विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी ‘इंडिया’ ब्लॉक और विपक्षी एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला है। इंडिया ब्लॉक के कांग्रेस और जेएमएम का आदिवासी बहुल इलाकों और भाजपा का एससी व सामान्य सीटों पर प्रभुत्व है।
2019 के विधानसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक ने एसटी की आरक्षित 25 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता हासिल की थी। आम चुनाव 2024 में जेएमएम व कांग्रेस ने एसटी आरक्षित 28 में से 24 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त लेते हुए एसटी के लिए सुरक्षित पांचों लोकसभा सीटों पर कब्जा कर लिया।