Monday, September 22

वायनाड भूस्खलन से डार्क टूरिज्म का अंदेशा क्यों?

केरल के वायनाड में बुधवार को घटी भूस्खलन की त्रासदी और बड़े पैमाने पर मौतों के बाद अधिकारी लोगों से आपदाग्रस्त क्षेत्र में जाने से बचने की अपील करने के साथ ही बचाव प्रयासों में बाधा बन रहे ‘डार्क टूरिज्म’ के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं।

केरल के वायनाड में बुधवार को घटी भूस्खलन की त्रासदी और बड़े पैमाने पर मौतों के बाद अधिकारी लोगों से आपदाग्रस्त क्षेत्र में जाने से बचने की अपील करने के साथ ही बचाव प्रयासों में बाधा बन रहे ‘डार्क टूरिज्म’ के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं। डार्क टूरिज्म हाल के वर्षों में बहुत चर्चित हो गया है, ‘चेर्नोबिल’ और ‘द डार्क टूरिस्ट’ जैसे टीवी शो ने इसे काफी लोकप्रिय भी कर दिया है। लेकिन यह आखिर है क्या

डार्क टूरिज्म का मतलब है मृत्यु, पीड़ा, त्रासदी, हिंसा या असामान्य घटनाओं से जुड़ी जगहों पर जाना। इन जगहों में कब्रिस्तान, मकबरे, शवगृह, आपदा क्षेत्र, युद्ध के मैदान, स्मारक, जेल, फांसी की जगह और अपराध स्थल शामिल हो सकते हैं। इनमें यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु अपवर्जन क्षेत्र, कंबोडिया में किलिंग फील्ड्स, पोलैंड में ऑशविट्ज कैम्प और अमरीका में 9/11 स्मारक जैसी जगहें शामिल हो सकती हैं। इसके अलावा कथित हॉन्टेड हाउस या कुख्यात ऐतिहासिक घटनाएं वाली जगहें भी इसी में आती हैं।