Thursday, September 25

खुशखबरी! 11 माह से छाया अलनीनो छूमंतर, अब जमकर होगी बारिश

दुनियाभर में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से जूझ रहे लोगों को अमरीका स्थित राष्ट्रीय महासागर और वायुमंडलीय प्रशासन (एनओएए) ने खुशखबरी दी है। एनओएए के मुताबिक प्रशांत महासागर में बनने वाला अलनीनो 11 महीने के बाद खत्म हो गया है। अब जुलाई से सितंबर के दौरान ला नीला विकसित होगा। यह मानसून के लिए अनुकूल होगा और जमकर बादल बरसेंगे। अनुमान है कि भारत में अच्छे मानसून के कारण पिछले साल कम हुई बारिश की भरपाई हो सकती है। एनओएए ने गुरुवार को घोषणा की कि जून, 2023 के मध्य से प्रचलित अल नीनो स्थितियां पिछले महीने समाप्त हो गई। गौरतलब है कि अल नीनो भारतीय मानसून पर नकारात्मक प्रभाव डालता है जबकि ला नीना भारत में मानसून के लिए अनुकूल होता है।

मानसून के अंतिम चरण में जमकर बारिश

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भी देश में अच्छी मानसूनी बारिश की भविष्यवाणी की है। आइएमडी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून के अंतिम चरण अगस्त और सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। यह स्थिति ला नीला विकसित होने के कारण हो सकती है।

गर्मी ने बनाया रिकॉर्ड

मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि इस साल अल नीनो के कारण भारत में भीषण गर्मी पड़ी थी। इसी कारण देश के कई हिस्सों में 18 दिनों तक चलने वाली लू चली और अधिकतम तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे लोगों की मौतें हुईं और पानी की स्थिति गंभीर हो गई।

क्या है अल नीनो और ला नीना

प्रशांत महासागर में पेरू के निकट समुद्र की सतह के तापमान मे 4 से 5 डिग्री की बढ़ोतरी हो जाती है। इससे वायुमंडलीय परिस्थितियों में बदलाव आते हैं। इसे अल नीनो कहते हैं। इसके कारण भारत में मानसून गड़बड़ा जाता है और बारिश कम होती है। वहीं समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से कम होने पर ला नीना कहा जाता है। इससे चक्रवातों की दिशा बदलती है। इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और भारत में अच्छी बारिश होती है।

उत्तर भारत में जारी रहेगी हीटवेब

देश में आधे हिस्से में मानसून पहुंच गया है वहीं आधे हिस्से में फिलहाल मानसून का इंतजार है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4-5 दिन में पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। वहीं भारत के उत्तरी भागों में भीषण हीटवेब की स्थिति जारी रहने की संभावना है। वहीं 15 से 17 जून तक उत्तर प्रदेश, हरियाणा, नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और झारखंड में लू चलने की संभावना बनी हुई है। वहीं 15 और 16 जून को हिमाचल प्रदेश, जम्मू, उत्तर-पूर्व मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है। वहीं 15 जून को उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ और ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में भी तापमान अधिक रहने की संभावना है।