
बालाघाट लोकसभा सीट
आदिवासी बहुल सीट मानी जाने वाली बालाघाट में त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति है। शहडोल लोकसभा में आठ सीटे हैं। यहां भाजपा से भारती पारधी तो कांग्रेस से सम्राट सारस्वर चुनावी मैदान में हैं। वहीं बसपा ने पूर्व सांसद कंकर मुंजारे को प्रत्याशी बनाया है।
सीधी लोकसभा सीट
विंध्य क्षेत्र की सीधी सीट पर भाजपा ने इस बार डा. राजेश मिश्रा को उतारा है। जबकि यहां से कांग्रेस ने कमलेश्वर पटेल को उतारा है। इस बार भाजपा ने रीति पाठक का टिकट काट दिया था। साल 2019 में रीति पाठक को बंपर जीत मिली थी और कांग्रेस के अजय सिंह राहुल को हार का सामना करना पड़ा था।
जबलपुर लोकसभा सीट
जबलपुर लोकसभा सीट 1996 से आज तक भाजपा के पास है। इस बार भाजपा ने नए चेहरे पर दांव खेला है। चार बार के सांसद राकेश सिंह विधानसभा चुनाव में जीतकर मंत्री बन गए, इसके बाद भाजपा ने आशीष दुबे को मौका दिया। उनका मुकाबला दिनेश यादव से हो रहा है। कांग्रेस ने यहां ओबीसी कार्ड खेला है।
शहडोल लोकसभा सीट
शहडोल लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस के फुंदेलाल सिंह मार्को को चुनावी मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह पर दोबारा भरोसा जताया है। शहडोल में भाजपा-कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला है।
मंडला लोकसभा सीट
मंडला लोकसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को चुनावी मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने ओमकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है।