
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रेस वार्ता की। इस मौके पर कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, बागपत के इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी पंडित अमरपाल शर्मा, सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर मौजूद रहे। इस प्रेस वार्ता में राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने अपने मेनिफेस्टो का जिक्र और भाजपा पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी और अखिलेश यादव करीब सात साल बाद चुनावी मंच पर साथ दिखे हैं।
‘चुनावी बांड ने बजाया भाजपा का बैंड’
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता में कहा, “मैं रामनवमी के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मुझे खुशी है आज हम मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। यूपी में गाजियाबाद से लेकर गाजीपुर तक भाजपा का सफाया होने जा रहा है। भाजपा के शासनकाल में न किसान की आय दोगुनी हुई और न युवाओं को रोजगार मिला। चुनावी बांड ने इनका बैंड बजा दिया। भाजपा सभी भ्रष्टाचार का गोदाम बन गई। वह न केवल भ्रष्टाचारियों को अपनी पार्टी में ले रहे हैं, बल्कि उनके द्वारा अर्जित धन को भी अपने पास रख रहे हैं।’
राहुल गांधी ने पीएम मोदी के इंटरव्यू को बताया स्क्रिप्टेड
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता में कहा, “यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। बेरोजगारी और महंगाई दो सबसे बड़े मुद्दे हैं, लेकिन भाजपा ध्यान भटकाने में लगी है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ANI को एक बहुत लंबा इंटरव्यू दिया, जो स्क्रिप्टेड था। प्रधानमंत्री ने इसमें चुनावी बांड को समझाने की कोशिश की। वह कहते हैं कि चुनावी बांड की व्यवस्था पारदर्शिता के लिए, राजनीति को साफ करने के लिए लाया गया। अगर ये सच है तो सुप्रीम कोर्ट ने उस व्यवस्था को क्यों रद्द कर दिया और दूसरी बात अगर आप पारदर्शिता लाना चाहते थे तो आपने भाजपा को पैसा देने वालों के नाम क्यों छुपाए। यह दुनिया की सबसे बड़ी जबरन वसूली योजना है।”