उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से गुरुवार देर रात मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन उन्हें अस्पताल ले गए, मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका। सूचना मिली है कि मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। अंसारी के शव को एंबुलेंस के जरिए बांदा से गाजीपुर ले जाया जाएगा। यहां काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। यहां तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिले में भारी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। यह पहला मामला नहीं जब माफिया या अपराधी की जेल में मौत हुई है। इससे पहले भी मुन्ना बजरंगी, मुनीर, शहाबुद्दीन जैसे अपराधियों की जेल में मौत हुई है।
राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सासंद मोहम्मद शहाबुद्दीन की दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। सीवान से पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन को साल 2021 में तिहाड़ जेल में कोरोना हो गया था। इलाज के दौरान दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पतााल उनकी मौत हो गई।
गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी
गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की भी जेल में ही जान गई थी। करीब छह साल पहले मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में ही हत्या कर दी गई थी। हत्या की जिम्मेदारी पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर सुनील राठी ने ली थी। ऐसा कहा जाता है कि बजरंगी ने अधिकांश हत्याएं दिन में ही की। लोगों को घरों में घुसकर गोली मारी जिसने उनके मन में जबरदस्त खौफ था
मुकीम काला, रोजेश टोटा की जेल में हत्या
14 मई 2021 को मुख्तार अंसारी के करीबी मेराज, माफिया मुकीम काला और अंशू दीक्षित की चित्रकूट जेल में गैंगवार के दौरान अपनी जान गंवाई थी। साल 2015 में मथुरा की जेल में बंद गैगस्टर रोजेश टोटा की गैंगवार में हत्या कर दी गई थी
मुनीर ने जेल में तोड़ा दम
एनआइए के डीएसपी तंजील की हत्या के मास्टरमाइंड दुर्दांत अपराधी मुनीर ने भी जेल में अपनी जान गंवाई। एनआईए अफसर की हत्या में दोषी ठहराए गए मुनीर की जेल में ही सजा काटने के दौरान मौत हुई थी। सरकारी अफसर की हत्या के मामले में कोर्ट ने मुनीर को फांसी की सजा सुनाई थी।