लोकसभा चुनाव के ऐलान से ठीक पहले ममता बनर्जी ने INDIA गठबंधन को तगड़ा दिया है। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस ने असम में लोकसभा चुनाव के लिए चार सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए, जिससे इंडिया ब्लॉक को दूसरा झटका लगा है। टीएमसी नेता सुष्मिता देव ने शक्रवार को बताया कि कांग्रेस पार्टी के कारण असम में सीट बंटवारे पर बातचीत विफल रही। हम यहां लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चार सीटों की मांग कर रहे हैं, लेकिन असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा के साथ बार-बार चर्चा के बावजूद कांग्रेस सीट बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दे रही थी। इसलिए हमने चार सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान किया है।
कांग्रेस ने सब कुछ अधर में रखा
मीडिया से बातचीत के दौरान सुष्मिता देव ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “हमने सोच समझ कर सीटों का चयन किया है। हालांकि, कांग्रेस ने सब कुछ अधर में रख दिया।” वह कुछ साफ नहीं कर रहे थे। वहीं, हम अपनी पूरी तैयारी कर चुके थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि यदि कोई उम्मीदवार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतता है, तो वह किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होगा। असम में तृणमूल कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसका भाजपा के साथ कोई पिछले दरवाजे का समझौता नहीं है।
टीएमसी ने इन चार सीटों पर उतारे उम्मीदवार
पार्टी की तरफ से जारी लिस्ट के मुताबिक, पार्टी ने कोकराझार, बारपेटा, लखीमपुर और सिलचर पर उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, कांग्रेस ने लखीमपुर सीट को छोड़कर अन्य तीन सीटों पर पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। असम की राजनीति पर नजर रखने वाले बताते हैं कि टीएमसी और सीपीआई-एम द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा के बाद कांग्रेस को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
हिमंता ने ली चुटकी
इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा: “मुझे पहले उम्मीद थी कि भाजपा राज्य में 11 सीटें जीतेगी, लेकिन अब विपक्षी दलों को देखते हुए हमें उम्मीद है कि हम राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से कम से कम 13 सीटें जीतेंगे।