Thursday, October 2

EC के ऐलान से पहले अधीर रंजन का बड़ा दावा, बोले- ज्ञानेश कुमार और बलविंदर संधू बने चुनाव आयुक्त

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी में पत्रकारों से बात करते हुए बताया, “मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मैं और अर्जुन राम मेघवाल की अगुवाई वाली सर्च कमेटी के लोग थे। बैठक में शामिल होने से पहले ही मैंने एक छोटी लिस्ट मांगी थी। कहा था कि छोटी सूची सौंपी जाए. ऐसा इसलिए क्योंकि चयन के पहले छोटी सूचियां बनती हैं। मैंने इसलिए वह लिस्ट मांगी थी। दिल्ली पहुंचते ही वह सूची मिल जाती तो उम्मीदवारों के बारे में मुझे जानकारी होती लेकिन वह मौका मुझे नहीं मिल सका।”

अधीर चौधरी ने किया दावा

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “सरकार के पास चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करने वाली समिति में बहुमत है। इससे पहले, उन्होंने मुझे 212 दिए थे। लेकिन नियुक्ति से 10 मिनट पहले उन्होंने मुझे फिर से सिर्फ छह नाम दिए। मुझे पता है कि सीजेआई वहां नहीं हैं, सरकार ने ऐसा कानून बनाया है कि सीजेआई हस्तक्षेप नहीं करते हैं और केंद्र सरकार एक अनुकूल नाम चुन सकती है। मैं मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह मनमाना है लेकिन जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है उसमें कुछ खामियां हैं।”
अरुण गोयल को लेकर क्या बोले अधीर

अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा, “अरुण गोयल की नियुक्ति के समय सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि उनका अपॉइंटमेंट लाइनिंग स्पीड (रोशनी की रफ्तार जैसी तेजी के संदर्भ में) में हुआ था। वह लाइटनिंग स्पीड में आए और डिजिटल स्पीड में चले गए और दिक्कत बढ़ा दी। दिक्कत से निपटने के लिए जरूरी है कि दो इलेक्शन कमिश्नर का चयन हो। दो लोगों का चयन हुआ है, जो कि सुखबीर संधू और ज्ञानेश कुमार हैं।”