Wednesday, October 1

कांग्रेस को एक और झटका, दो पूर्व विधायकों समेत कई दिग्गज भाजपा में शामिल, पूर्व मंत्री दीपक जोशी भी आएंगे

मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 से एन पहले दल बदल का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में आज एक बार फिर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता आज भाजपा में शामिल हुए हैं। इनमें विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी के दो पूर्व विधायक शामिल हैं। इसके अलावा अन्य पदों पर तैनात कई कांग्रेसी नेताओं ने भी आज भाजपा का दामन थाम लिया है। पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे और शिवदयाल शर्मा ने भी भाजपा की सदस्यता ली है

आपको बता दें कि इन दोनों पूर्व विधायकों के साथ पूर्व मंत्री और खातेगांव से कांग्रेस प्रत्याशी रहे दीपक जोशी भी भाजपा में शामिल होने वाले हैं। हालांकि, उनका भी आज भोपाल आकर दोबारा भाजपा की सदस्यता लेना तय था। लेकिन एन वक्त पर उनका आना टल गया है। पार्टी के सूत्रों की मानें तो वो भी जल्दी ही भोपाल आकर भाजपा ज्वाइन करेंगे। बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 से पहले ही दीपक जोशी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। लेकिन अब एक बार फिर उनकी भाजपा में घर वापसी होने जा रही है। आपको बता दें कि दीपक जोशी भाजपा के सीनियर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे हैं।

वहीं, सागर में कांग्रेस के खुरई से पूर्व विधायक रहे दिग्गज नेता अरुणोदय चौबे ने भी भाजपा की सदस्यता ली है। बता दें कि एक दिन पहले ही अरुणोदय चौबे ने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार किया था। इनके अलावा पन्ना के गुनौर से पूर्व विधायक और दिग्गज नेता शिवदयाल बागरी भी बीजेपी में शामिल हुए हैं।

भाजपा कार्यालय में ली सदस्यता

आपको बता दें कि, कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेता सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ राजधानी भोपाल में स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में शामिल हुए। यहां इन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी शर्मा, नरोत्तम मिश्रा समेत भाजपा के कई नेता मौजूद थे।

धीरे-धीरे बढ़ रही कांग्रेस की मुश्किलें

चुनाव से पहले कांग्रेस से भाजपा में नेताओं का आने का सिलसिला जारी है। नेताओं के इस कदम से कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। ये भी कहना गलत नहीं होगा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत के लिए कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।