लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय सेना के युद्धाभ्यास ‘भारत शक्ति’ में भाग लेने के लिए पोखरण पहुंच रहे हैं। राजस्थान के पोखरण रेंज में होने जा रहे इस अभ्यास में स्वदेशी हथियारों और संयंत्रों की ताकत का प्रदर्शन देखा जाएगा। इस युद्धाभ्यास में आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखाई देगी। इस अभ्यास में सीडीएस जनरल अनिल चौहान, भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय सहित कई सैन्य अधिकारी भाग लेंगे।
युद्धाभ्यास में भारतीय भूगोल एवं इसके सुरक्षा खतरों से निपटने की रणनीति शामिल की जाएगी। इस युद्धाभ्यास सबसे की खास बात यह है कि तीनों सेनाएं एक साथ भाग लेंगी। ‘भारत शक्ति’ नाम से हो रहे इस युद्धाभ्यास में भारतीय में तैयार डिफेंस प्लेटफॉर्म और नेटवर्क आधारित सिस्टम का परीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही स्वदेशी हथियारों की ताकत का अंदाजा भी लगाया जाएगा।
भारतीय सेना अब 100 फीसदी स्वदेशी
भारतीय सेना 100 फीसदी स्वदेशी संसाधन पर पहुंच रही है वहीं भारतीय वायु सेना और भारतीय नौ सेना को स्वदेशीकरण पर जोर दिया जा रहा है। फिर चाहे वह पनडुब्बी का इंजन हो या विमान का इंजन। मोदी सरकार हर हाल में विदेशी निर्भरता को कम करने में जुटी हुई है।
युद्धाभ्यास में होगा संचार प्रणाली का परीक्षण
पोखरण युद्धाभ्यास में स्वदेशी संचार प्रणाली की क्षमता का परीक्षण किया जाएगा। इसमें इस बात की जांच की जाएगी कि युद्धक स्थिति में दुश्मन संचार प्रणाली को जाम कर सकता है या नहीं। गौरतलब है कि बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान के स्फिट रिटार्ट हमले का जवाब देते समय दुश्मन ने विंग कमांडर अभिनंदन का रेडिया जाम कर दिया था। ऐसे में तीनों सेनाओं का ध्यान सुरक्षित मोबाइल टेलीफोनी तकनीक के विकास पर केंद्रित है।
अभ्यास में होगा तेजस के तेज का परीक्षण
‘भारत शक्ति’ युद्धाभ्यास में तेजस लड़ाकू विमान, के-9 आर्टिलरी गन, स्वदेशी ड्रोन, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर्स और कम दूरी की मिसाइलें की ताकत देखने को मिलेगी।