Friday, September 26

भोपाल के बाद अब इंदौर में भी हटेगी BRTS लेन ! नगर निगम कर रहा एजेंसी की तलाश

इंदौर। भोपाल में बीआरटीएस हटाने का निर्णय लेने के बाद इंदौर में भी बदलाव की मांग उठ रही थी। हाल ही में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सर्वे कराने के निर्देश दिए थे। इसी आधार पर इंदौर के बीआरटीएस पर संशोधन कर जहां मार्ग अधिक चौड़ा है उसे कम किया जाएगा। बीआरटीएस लेन की अधिक चौड़ाई का सर्वे कराने के लिए नगर निगम एजेंसी की तलाश कर रहा है। एजेंसी से सर्वे के बाद संभावित बदलाव किए जा सकेंगे।

मालूम हो कि मुख्यंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में बीआरटीएस की समीक्षा हुई थी। दरअसल, बीआरटीएस की बस लेन की चौड़ाई कई जगह बहुत ज्यादा है। इसे यातायात अनुसार किया जाएगा। इसको लेकर सर्वे और परिवर्तन के संबंध में मंत्री के आदेश के बाद अब निगम एजेंसी तय करने जा रहा है। एजेंसी में एक्सपर्ट शामिल होंगे। वे इंदौर में मौजूद बड़े और छोटे वाहनों की तुलना के आधार पर सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। यह एजेंसी ही तय करेंगी कि बीआरटीएस लेन में कहां और कितना बदलाव करना है। ताकि बीआरटीएस लेन के साथ साथ सडक़ों पर ट्रैफिक का दबाब कम हो सके।

1 लाख लोग रोज इस लेन से गुजरते हैं

इंदौर में करीब 11 साल पहले साढ़े 11 किलोमीटर में ढाई सौ करोड़ की लागत से बीआरटीएस बनकर तैयार हुआ था। देश में सबसे पहले इंदौर का प्रोजेक्ट ही मंजूर हुआ था। निरंजनपुर से राजीव गांधी प्रतिमा तक 30 से ज्यादा बस स्टॉप है। इंदौर में बस की लेन में दूसरे वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है। इस लेन में आई-बस के अलावा एम्बुलेंस ही चल सकती है। इस लेन में दिनभर में आइबस में 80 हजार से एक लाख लोग सफर करते हैं।

एजेंसी तय करने पर विचार

बीआरटीएस लेन में परिवर्तन के लिए सर्वे कराया जाएगा। इसके लिए एजेंसी तय किया जाना है। एजेंसी तय करने में अभी कुछ समय लगेगा। निगमायुक्त से चर्चा कर तय होगा कि एजेंसी के लिए टेंडर जारी करना है या कोई अन्य विकल्प इस्तेमाल करना है। – मनोज पाठक, अपर आयुक्त

सीएम की समीक्षा के बाद निर्णय…

– अधिक चौड़ाई वाले हिस्से को कम कर सामान्य लेन को देंगे जगह
– मंत्री के निर्देश पर बीआरटीएस का तकनीकी सर्वे एजेंसी से करवाएगा निगम