Tuesday, September 23

अवैध बाल आश्रम किया सील, यहां जमीन पर सो रही थीं 25 बेटियां, आप भी जानें बेटियां कितनी सुरक्षित…

बगैर अनुमति और रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से संचालित हो रहे बाल आश्रम पर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की। जांच के दौरान कई अनियमितताएं सामने आईं जिसके बाद उसे सील कर दिया गया। वहां पर मौजूद 25 बेटियों को वैध बाल आश्रम में शिफ्ट किया गया। प्रशासन अब आश्रम की गतिविधियों की जांच कर रहा है, जिसमें दस्तावेजी प्रमाण मिलने पर एफआइआर भी दर्ज कराई जा सकती है।

कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर जूनी इंदौर एसडीओ घनश्याम धनगर के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, बाल कल्याण समिति और बाल संरक्षण अधिकारियों को शामिल किया। टीम ने विजय नगर योजना 74 में संचालित हो रहे वात्सल्यपुरम बाल आश्रम की जांच की। वहां 25 बेटियां रजिस्टर्ड थीं जो 12 वर्ष से कम उम्र की है। इसमें से 5 अनाथ हैं।

एसडीओ धनगर ने दस्तावेजों को खंगाला तो खुलासा हुआ कि बाल किशोर न्याय अधिनियम की धारा 41 के तहत रजिस्ट्रेशन हीं है। न ही बाल आश्रम चलाने की कोई अनुमति ली गई। टीम ने दस्तावेज जब्त करने के साथ आश्रम सील कर दिया। बेटियों का पहले मेडिकल कराया और बाद में राजकीय बाल आश्रम एवं जीवन ज्योति बालिका गृह में शिफ्ट किया। कार्रवाई के दौरान दिनेश मिश्रा, संगीता चौधरी के साथ विजय नगर पुलिस भी मौजूद थी।

देशभर में हैं पांच आश्रम

गौरतलब है कि संस्था का इंदौर के अलावा कोलकाता, जोधपुर, सूरत और बेंगलूरु में आश्रम हैं। खुलासा हुआ कि इंदौर का आश्रम शिखा जैन नामक महिला संचालित कर रही है। किराए का मकान लेने के बाद होस्टल बना लिया। आश्रम में मौजूद बेटियां जोधपुर, सूरत, मुंबई, रीवा और ओडीशा की हैं। एनजीओ द्वारा संचालित संस्था को कई जगह से दान भी मिलता है।

अव्यवस्थाओं का अंबार

खुलासा हुआ कि बेटियां जमीन पर सो रही थी। उनके लिए बेड की व्यवस्था नहीं थी। सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था तो पर्याप्त स्टाफ भी नहीं मिला। एक लड़की लिखा-पढ़ी करती थी, तो एक महिला खाना बनाने और एक साफ सफाई करने के लिए कर्मचारी था।

कलेक्टर के निर्देश पर आश्रम की जांच की गई। अनियमितता मिलने पर उसे सील किया है। आश्रम की जांच की जा रही है और गड़बड़ी पाए जाने पर एफआइआर की कार्रवाई भी होगी।

– धनश्याम धनगर, एसडीओ जूनी इंदौर