बांग्लादेश में विपक्ष के बहिष्कार और हिंसा के बीच रविवार को कड़ी सुरक्षा में मतदान जारी है। चुनाव में मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अनुपस्थिति के कारण पीएम शेख हसीना की अवामी लीग की लगातार चौथी बार जीत पक्की मानी जा रही है। बीएनपी ने 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर होने वाले मतदान में कुल 11.96 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक चुनाव की निगरानी रखेंगे। परिणाम आठ जनवरी को आने की उम्मीद है।
17 मतदान केंद्र आग के हवाले
बांग्लादेश में चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी हुई है। शनिवार से 10 जिलों में करीब 17 मतदान केंद्रों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस के अनुसार सुनामगंज, हबीगंज, तंगेल, शरीयतपुर, चट्टोग्राम, गाज़ीपुर, मैमनसिंह, नेट्रोकोना, खुलना और बरगुना जिलों में मतदान केंद्रों को आग के हवाले कर दिया गया।
100 क्रूड बम फटे, 2 स्कूलों में आगजनी
बांग्लादेश में हिंसा के बीच वोटिंग जारी है। स्थानीय मीडिया के अनुसार मतदान के दौरान 100 क्रूड बम फटे है। इतना ही नहीं 14 पोलिंग बूथ, 2 स्कूलों में आगजनी की सूचना मिली है। खबरों के अनुसार हसीना की पार्टी के कैंडिडेट का ऑफिस जला दिया गया।
हसीना ने की भारत की तारीफ
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मतदान करने के बाद भारत की तारीफ की। शेख हसीना ने अपने संदेश में कहा, हम बहुत भाग्यशाली हैं। भारत हमारा भरोसेमंद दोस्त है। हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान उन्होंने हमारा समर्थन किया। 1975 के बाद, जब हमने अपना पूरा परिवार खो दिया। उन्होंने हमें आश्रय दिया। इसलिए भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं।
बांग्लादेश के चुनाव में क्यों दिलचस्पी ले रहे सुपरपावर देश
शेख हसीना ने रिकॉर्ड चौथी बार सत्ता में आने का दमखम लगा रही है। इस बीच हिंसा से जूझ रहे बांग्लादेश के इन चुनावों पर दुनियाभर की नजरें टिकी हैं। भारत और चीन ही नहीं बल्कि रूस से लेकर अमरीका सहित कई सुपरपावर देश की दिलचस्पी बांग्लादेश के चुनाव में बनी हुई है। बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार को लंबे समय से भारत का समर्थन मिला है। माना जा रहा है कि इन चुनाव के नतीजों का भारत के साथ उसके संबंधों पर असर पड़ेगा। अमरीका भी इस चुनाव पर पैनी नजर बना रखी है। अमरीका मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का लगातार समर्थन कर शेख हसीना सरकार का आड़े हाथों लेता रहा है।
हजारों विरोधी नेता जेल में हैं बंद
चुनाव के मद्देनजर हसीना सरकार ने हजारों विरोधी नेताओं और समर्थकों को गिरफ्तार किया है। मानवाधिकार समूहों ने इस कदम की निंदा कर इसे विपक्ष को पंगु करने का प्रयास बताया। इस बीच, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद लोगों ने 64 प्रशासनिक जिलों में चार में खाली पड़े मतदान केंद्रों में आगजनी की, जबकि एक अन्य जिले में बीएनपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई हैं। शुक्रवार रात ढाका के पास एक यात्री ट्रेन में आगजनी की घटना में पांच लोगों की मौत हो गयी।
अधिकतर प्रत्याशी हसीना के समर्थक
चुनाव में जो 27 राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं, उनमें विपक्षी जातीय पार्टी भी शामिल है। बाकी सत्तारूढ़ आवामी लीग की अगुवाई वाले गठबंधन के सदस्य हैं, जिसे विशेषज्ञों ने ‘चुनावी गुट’ का घटक सदस्य बताया है। विपक्षी दल बीएनपी का दावा है कि मौजूदा सरकार के रहते कोई भी चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय नहीं होगा। बीएनपी की नेता पूर्व पीएम खालिदा जिया भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद घर में नजरबंद हैं।