एक तरफ जहां सरकार और प्रशासन मध्य प्रदेश में कानून का राज होने का दावा करते हैं तो वहीं, दूसरी तरफ यहां गुंडे-बदमाशों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। आलम ये है कि, यहां आमजन तो दूर की बात जनप्रतिनिधि तक सुरक्षित नहीं है। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के अंतर्गत आने वाले कुरवाई तहसील से सामने आया है, जहां दिनदहाड़े किसी आमजन का नहीं, बल्कि सरपंच का अपहरण कर लिया गया है।
वहीं, इस मामले में सरपंच के परिजन ने पंचायत के कुछ लोगों पर अपहरण करने के आरोप लगाए हैं। इस घटना के बाद गांव के कई लोगों ने नाराजगी जताते हुए ग्राम के बाहर सड़क पर चक्काजाम करते हुए प्रदर्शन किया है।
परिजन ने किया प्रदर्शन
आपको बता दें कि, ग्राम पंचायत जाजपोन के सरपंच रीतेश जैन को ग्राम जमुनिया से भीड़ जबरन अपने साथ अपहरण करके ले गई। बताया जा रहा है कि, पुराने परिवारिक विवाद में सरपंच का अपहरण किया गया है। इसकी जानकारी सरपंच के परिजन को मिलने पर उन्होंने अन्य ग्रामीणों ने साथ मिलकर पठारी नगर के फार्म चौराहे पर विरोध प्रदर्श करते हुए चक्काजाम कर दिया। फिलहाल, सरपंच के परिजन उसकी तलाश में खुरई गए हुए हैं।
अपहरण का पूरा मामला
मामले की जानकारी लगते ही पठारी पुलिस ने मामले की जांच शुरु की। इसके बाद शुरुआती जांच में सामने आया कि, 25 जून 2023 को ग्राम जमुनिया की एक युवती ग्राम जाजपौन के युवक रजत जैन के साथ चली गई थी, जिसकी पठारी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस मामले की भी जांच चल रही है। इसी बीच युवती जिस रजत जैन नाम के युवक के साथ भागी थी, उसने अपनी शादी के दस्तावेज थाने पहुंचाए हैं। हलांकि, दोनों अबतक थाने में उपस्थित नहीं हुए हैं। बताया जा रहा है कि, अब इसी मामले में युवती के परिजन कल्याण सिंह यादव, बलराम यादव और मूंगालाल यादव युवक रजत जैन के चचेरे भाई रितेश को अगवा किया है।
आरोपियों को गिरफ्तार करने निकली पुलिस टीम
अब इस मामले में पठारी का जैन समाज अक्रोशित हैं, जिन्हें पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया है। वहीं, आरोपी कल्याण सिंह यादव, बलराम और मूंगालाल के खिलाफ धारा 365 आईपीसी (अपहरण) का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ साथ अपहर्त रितेश जैन को ढूंढ़ने पुलिस की एक टीम रवाना कर दी गई है।