शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति से मुलाकात की। इस दौरान भारत और यूएई ने शनिवार को द्विपक्षीय लेन-देन को पूरा करने के लिए अपनी संबंधित स्थानीय मुद्राओं के इस्तेमाल के लिए रूपरेखा तैयार करने के लिए एमओयू साइन किए। पीएम मोदी ने सतत विकास और द्विपक्षीय ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर सुल्तान बिन अहमद अल जाबेर के साथ भी बातचीत की। भारत अमरीकी डॉलर में होने वाले कारोबार पर निर्भरता कम करने के लिए स्थानीय मुद्राओं में लेनदेन को बढ़ावा देने की कोशिश में लगा हुआ है। इस बातचीत के बाद पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा कि एक उपयोगी यूएई यात्रा का समापन। हमारे देश हमारे ग्रह को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर एक साथ काम कर रहे हैं।
अपनी मुद्राओं में करेंगे लेन-देन
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच लेन-देन के लिए स्थानीय मुद्राओं के इस्तेमाल के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने पर भी सहमति बनी। इसका उद्देश्य INR (भारतीय रुपया) और AED (यूएई दिरहम) के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए एक स्थानीय मुद्रा के जरिए सेटलमेंट सिस्टम स्थापित करना है।
UAE में भी चलेगा UPI
इसके साथ ही दोनों देश आसान धन हस्तांतरण की सुविधा के लिए भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) और UAE के इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म (IPP) को जोड़ने पर भी राजी हुए। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, दोनों समझौते सीमा पार लेनदेन और भुगतान को सक्षम करेंगे और अधिक आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देंगे।
अबुधाबी में IIT दिल्ली का कैंपस
पीएम मोदी की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा में दोनों देशों के शिक्षा मंत्रालयों ने खाड़ी देश में आईआईटी दिल्ली का एक कैंपस कायम करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली के कैंपस की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन भारत की शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण में एक नया अध्याय खोलता है।
कॉप-28 सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के नामित अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर से भी मुलाकात की और कॉप-28 अध्यक्षता के दौरान भारत के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यूएई में आयोजित होने वाले कॉप-28 की तैयारी यूएई के राष्ट्रपति के नेतृत्व में जारी है। पीएम मोदी ने कहा कि इस साल के अंत में आयोजित होने वाले सम्मेलन में शामिल होंगे।