Friday, September 26

एक मंच पर एक साथ, एक समय पर होंगे PM और शरद पवार! प्रधानमंत्री को किया जाएगा सम्मानित

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में बगावत के बाद पार्टी चाचा और भतीजे दो धड़ों में बंट गई। चाच शरद विपक्ष के खेमे में चले गए। वहीं, भतिजा अजित पवार भाजपा के साथ गठबंधन की सरकार में शामिल हो गए। लेकिन अब जल्द ही शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त में पहली बार मंच साझा करेंगे। पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट ने लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया है। तिलक स्मारक ट्रस्ट के अध्यक्ष रोहित तिलक ने सोमवार को इसकी घोषणा की। यह पुरस्कार समारोह का 41 वां वर्ष और लोकमान्य तिलक की 103 वीं पुण्यतिथि है।

लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होंगे PM मोदी
लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट के अध्यक्ष रोहित तिलक ने सोमवार को इस कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार 1 अगस्त 2023 को पुणे में दिया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनसीपी प्रमुख शरद पवार होंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपने-अपने भाषणों में अपने विचार कैसे व्यक्त करेंगे।

PM के सम्मान समारोह में आमने-सामने होंगे चाचा-भतीजा
रोहित तिलक ने बताया कि इस कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस सीएम एकनाथ शिंदे, डीप्टी CM देवेन्द्र फड़नवीस, डीप्टी CM अजित पवार और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे मौजूद रहेंगे। यानी कि चाचा से बगावत के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के मंच पर एक साथ शरद पवार और अजित पवार भी आमने-सामने होंगे।

आत्मनिर्भर भारत मिशन के लिए PM किए जाएंगे सम्मानित
रोहित तिलक ने कहा, “आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत देश ने बहुत कुछ हासिल किया है। इस मिशन के कारण देश के प्रति जागरूकता और प्रेम बढ़ा है। आत्मनिर्भर भारत ने देश को प्रगति की सीढ़ियां चढ़ने में मदद की। साथ ही नागरिकों में देशभक्ति की भावना जगाने और भारत को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है।

इन नेताओं को भी मिल चुका है यह पुरस्कार
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार का यह 41वां पुरस्कार दिया जा रहा है। क्रांतिकारी और राष्ट्रवादी स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक (1856-1920) की स्मृति में, 1 अगस्त को उनकी 103वीं पुण्यतिथि पर यहां तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ में एक समारोह में मोदी को प्रदान किया जाएगा। प्रतिष्ठित पुरस्कार के कुछ पूर्व विजेताओं में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी और इंदिरा गांधी शामिल हैं।

कांग्रेस कार्यक्रम के विरोध में
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी को तिलक स्मारक सम्मान देने पर कांग्रेस पार्टी नाराज बताई जा रही है। पुणे कांग्रेस इकाई ने यह मुद्दा राहुल गांधी के सामने भी उठाया है। शहर कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि मोदी तिलक की विचारधारा से कोसों दूर हैं। इसलिए PM मोदी तिलक परिवार की अप्रासंगिक पसंद है। रोहित तिलक पुणे कांग्रेस का हिस्सा हैं और पहले कसाबा से चुनाव लड़ चुके हैं।