Thursday, September 25

हाथों में तलवार और धनुष लेकर नाचने लगे

तीन दिन के दौरे पर ग्वालियर-गुना शिवपुरी आए सिंधिया ने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस दौरान बमौरी विधानसभा क्षेत्र में आदिवासियों कार्यक्रम में अपने आप को नहीं रोक पाए और उनके स्वागत में चल रहे आदिवासी नृत्य के बीच पहुंच गए। सिंधिया ने अपने हाथों में आदिवासियों की परंपरागत धनुष और तलवार लेकर डांस किया। सिंधिया का यह अंदाज देख वहां मौजूद सैकड़ों लोग मुस्कुराने लगे। उन्होंने भी आदिवासियों के साथ डांस का लुत्फ उठाया।

महाराजा की छवि से आम आदमी

ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी महाराजा की छवि से दूर होकर आम लोगों से करीब दिखना चाहते हैं। यही कारण है कि वे कई बार प्रोटोकाल तोड़ते हुए आम लोगों से मिलने लगते हैं, किसी के सिर पर हाथ फेरने लगते हैं तो किसी को गले लगाने लगते हैं। खुद को भाजपा का एक सामान्य कार्यकर्ता बताते हैं।

इस कार्यक्रम में सिंधिया ने आदिवासियों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों के इतिहास को भारत का गौरवशाली इतिहास बताया। सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आदिवासी समाज के विकास, उनकी प्रगति और राष्ट्र के योगदान में उन्हें आगे लाकर कार्य करने का संकल्प एक-एक बीजेपी कार्यकर्ता संकल्पित है।

ज्योतिरादित्य ने कहा कि कांग्रेस ने देश में 60 सालों तक राज किया, लेकिन कभी आदिवासी समाज की सुध नहीं ली। केवल उनका शोषण ही किया। आज आदिवासी को उभारने का काम प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कर रहे हैं।

काफिला रुकवाकर रेस्टोरेंट में पहुंचे सिंधिया

गुरुवार को ग्वालियर में देखने को मिला। तय कार्यक्रमों में शामिल होने आए ‘महाराज’ ने प्रजा का हाल जानने अपना काफिला रोककर अकेले ही एक रेस्टोरेंट की तरफ कदम बढ़ा दिए। रेस्टोरेंट के अंदर पहुंचकर सबसे पहले उन्होंने वहां खड़ी एक बुजुर्ग महिला से सिर पर हाथ रखवाकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने रेस्टोरेंट के कर्मचारियों से उनके काम काज के संबंध में चर्चा करते हुए उनका हालचाल जाना। यही नहीं, उन्होंने रेस्टोरेंट में मौजूद ग्राहकों से भी बातचीत की। खासतौर पर रेस्टोरेंट में मौजूद युवाओं से उन्होंने उनके भविष्य को लेकर भी बातचीत की।