मानसून सत्र को लेकर कांग्रेस आक्रामक रूख अपना सकती है। कांग्रेस ने शनिवार को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बैठक की। संसदीय रणनीतिक दल की इस बैठक में सबसे प्रमुख रुप समान नागरिक संहिता, मणिपुर हिंसा, सुरक्षित रेल यात्रा, महंगाई, बेरोजगारी और अडानी के मुददे को उठाने पर चर्चा हुई। मानसून सत्र में भारतीय जनता पार्टी द्वारा समान नागरिक संहिता विधेयक को पेश करने की संभावना को देखते हुए इस बैठक में काफी गंभीर और रणनीतिक चर्चा हुई। इन सभी मुददों को बेहद गंभीरता से संसद के पटल पर उठाने और चर्चा करने का निर्णय लिया गया।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खडगे तथा अन्य कई संसद सदस्य मौजूद रहे और उन्होंने मानसून सत्र में जनहित से जुड़े विभिन्न मुद्दों को उठाने को लेकर अपनी राय दी।
उन्होंने कहा कि मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसमें 17 बैठकें होगी। कांग्रेस हर सत्र से पहले इस तरह की बैठक करती है और मानसून सत्र शुरू होने तक भी और कई बैठकें की जाएंगी। सत्र में जिन मुद्दों को और जिस रूप से उठाया जाना है उनको लेकर बैठक में चर्चा की गई।
प्रवक्ता ने कहा कि मणिपुर के हालात बहुत खराब हैं और इसको लेकर संसद में चर्चा कराने की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि बैठक में मणिपुर में शांति बहाली के लिए वहां के मुख्यमंत्री से तत्काल इस्तीफा देने की भी मांग की गई।