Sunday, September 28

एंड गेमः इमरान को पाक सेना का सख्त संदेश, न भूलेंगे और न माफ करेंगे

एक असाधारण घटनाक्रम में पाकिस्तान की सेना की ओर से एक प्रेस रिलीज के जरिए स्पष्ट कर दिया गया है कि 9 मई के हिंसक विरोध के आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ असीम मुनीर की अध्यक्षता में हुई फॉर्मेशन कमांडर्स की पहली बैठक के बाद पाक सेना की मीडिया विंग की ओर से जारी किए गए इस बयान को पाकिस्तान की सेना की आम राय मानी जा रही है। सेना मुख्यालय रावलपिंडी में बुधवार को हुई इस बैठक में सभी कोर कमांडर, प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर और सेना के सभी फॉर्मेशन कमांडर शामिल हुए। पाक मीडिया के अनुसार इस बयान में भले ही यह स्पष्ट नहीं कहा गया हो, लेकिन आशय यही है कि 9 मई को सैन्य और सत्ता प्रतिष्ठानों पर हमले के आरोपियों को न तो भूलेंगे और न ही माफ करेंगे। पाक सेना का ये बयान पूर्व के बयानों से इस मायनों में अलग था कि ये असामान्य रूप से विस्तृत और मुख्य रूप से 9 मई की हिंसा पर केंद्रित था।

अराजकता पैदा करने की साजिश रचने वाले भी बख्शे नहीं जाएंगे
पाक सेना के इस बयान से साफ इंगित है कि इमरान समेत तहरीक ए इंसाफ पार्टी की लीडरशिप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन पर सैन्य अदालत में मुकद्मा चलाया जाएगा। बयान में कहा गया है कि, ‘इस बात पर जोर दिया गया कि फिलहाल 9 मई की हिंसा को अंजाम देने वालों और भड़काने वालों पर मुकद्मा चलना शुरू हो गए हैं, अब जरूरत है कि देश में अराजकता पैदा करने के इस नापाक कृत्य की योजना बनाने और साजिशकर्ताओं पर भी कानून का फंदा भी कस दिया जाए, जिसकी वजह से राज्य और राज्य के संस्थानों के खिलाफ नफरत से भरे और राजनीति से प्रेरित विद्रोह को बढ़ावा मिला।’
न्यायपालिका को भी दिया सख्त संदेश
बयान में कहा गया है कि 9 मई की हिंसा के दोषियों को कुचलने में जो भी लोग अड़चनें पैदा करेंगे, उनसे भी पूरी सख्ती से निपटा जाएगा। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार यहां इशारा न्यायपालिका को ओर है, जो लगातार इमरान को सभी मामलों में जमानत दिए जा रही है।
इमरान को फांसी देने की है तैयारी
पाकिस्‍तानी मीडिया के अनुसार, सेना ने खुलासा किया है कि इमरान खान ने लाहौर के कोर कमांडर के घर पर हमले के दौरान अपने नेताओं को 400 से ज्यादा कॉल की थीं। इस बीच बुधवार को इमरान खान के खिलाफ हत्‍या के मामले में भी अब मामला दर्ज हो गया है। अब तक इमरान पर ऐसा कोई केस नहीं था। ऐसे में अब ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि क्‍या इमरान खान का जुल्फिकार अली भुट्टो की तरह से फांसी देने की तैयारी हो रही है या उन्‍हें नवाज शरीफ की तरह से देश को छोड़कर जाना होगा।
इमरान का एंड गेम, इस तरह तैयार हुई जमीन-पीएम पद से हटाए जाने के बाद लगातार सेना को बनाया निशाना

-खान की सोशल मीडिया टीम ने सेना और उसके शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ चलाया अभियान
-9 मई की हिंसा की आलोचना करने से बनाई दूरी
-हिंसा के लिए दूसरों पर दोषारोपण की कोशिशें
-9 मई की हिंसा के बाद भी सेनाध्यक्ष पर लगाए उनके खिलाफ साजिश रचने के आरोप

कुरैशी भी छोड़ सकते हैं इमरान का साथ
पाकिस्तान में इमरान खान पूरी तरह अकेले पड़ते जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनकी कहासुनी अपनी ही पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महूमद कुरैशी से भी हुई है। सूत्रों के मुताबिक इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी के बीच तीखी झड़प हुई है, जिसमें दोनों नेताओं ने ही एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाई और जिसके बाद शाह महमूद कुरैशी अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए कराची रवाना हो गए और अपने सारे नंबर बंद कर दिए। कुरैशी उन कुछेक बड़े नेताओं में हैं जो अब तक इमरान के साथ खड़े दिख रहे थे। लेकिन अब अटकलें हैं कि वे भी इमरान का साथ छोड़ सकते हैं।