Friday, September 26

सागौन तस्करों और वन अमले में मुठभेड़, तीन वनकर्मी घायल

विदिशा. विदिशा जिले के लटेरी में वनकर्मियों और सागौन तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। सागौन तस्करों ने वनकर्मियों पर पथराव किया है जिसमें तीन वनकर्मी घायल हुए हैं। वहीं वनकर्मियों ने दो सागौन चोरों को पकड़ा है। हैरानी की बात तो ये है कि जब घटना की शिकायत करने रेंजर पुलिस थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने शिकायत लिखने से इंकार कर दिया। जिसके बाद रेंजर ने एसपी से शिकायत की तब कहीं जाकर मामला दर्ज हो पाया।

20-25 सागौन तस्करों ने किया हमला
जानकारी के मुताबिक लटेरी के जंगलों में एक बार फिर सागौन की कटाई और लकड़ी चोरी की सूचना वन अमले को मिली थी। मुखबिर की सूचना पर उत्तर एवं दक्षिण लटेरी का स्टाफ देहरी तिराहे पर पहुंचा तो पाया कि सुबह 4 बजे लटेरी के जंगलों से 20-25 बाइक पर लोग लकड़ी लेकर रायपुरा की ओर जा रहे हैं। वन स्टाफ के पास तीन वाहन थे जिनसे वन अमले ने लकड़ी चोरों का पीछा किया और सुबह 5 बजे मक्सूदनगढ़-सुठालिया बायपास तक पहुंचे। यहां वन अमले ने लकड़ी चोरों को रोकना चाहा तो उन्होंने अपनी-अपनी बाइक रोककर गोफन से पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। इस हमले में वन विभाग की तीनों गाड़ियों के कांच फूट गए और पत्थर लगने से वनकर्मी जितेंद्र शर्मा, गनेंद्र भार्गव और संतोष विश्वकर्मा घायल हो गए। इसके बावजूद वन अमला दो लकड़ी चोरों को पकड़ लिया जबकि बाकी भाग निकले। लकड़ी चोरों के पास से सागौन के 58 नग बरामद किए गए हैं जिनकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए बताई जा रही है।

पुलिस ने दर्ज नहीं की शिकायत
रेंजर मुकेश केन ने बताया कि सागौन चोरों के द्वारा वनकर्मियों पर हमले की शिकायत करने जब वो मक्सूदनगढ़ थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने उनकी शिकायत नहीं लिखी। जिसके बाद उन्होंने डीएफओ ओएस मर्सकोले को बताई तो उन्होंने गुना एसपी से मोबाइल पर बात की जब कहीं जाकर एसपी ने शिकायत दर्ज करने के लिए कहा।