Wednesday, September 24

CLP मीटिंग में CM के नाम पर लगेगी मुहर, शिवकुमार-सिद्धारमैया के समर्थन में लगे पोस्टर

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिल गया है। अब कांग्रेस पार्टी की राज्य में सरकार बनने जा रही है। लेकिन अब कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर सस्पेंस बना हुआ है। शाम 5.30 बजे कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक होने जा रही है। इसमें विधायक राज्य के अगले सीएम के नाम पर मुहर लगाएंगे। वहीं, एक बार फिर पार्टी में सीएम पद को लेकर लड़ाई तेज हो गई है। कांग्रेस की तरफ से डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया का नाम आगे चल रहा है। डी के शिवकुमार कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष हैं, तो वहीं पूर्व सीएम सिद्धारमैया कर्नाटक के बड़े नेता हैं। इसी बीच कांगेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया को एक बार फिर प्रदेश का मुखिया बनाने की आवाज उठा रही है। इसको लेकर सिद्धारमैया के समर्थकों ने बेंगलुरु में सिद्धारमैया के आवास के बाहर एक पोस्टर लगाया। वहीं सिद्धारमैया के समर्थकों ने बेंगलुरु में सिद्धारमैया के आवास के बाहर एक पोस्टर लगाया, जिसमें उन्हें कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बताया गया।

सिद्धारमैया के समर्थकों ने आवास के बाहर लगाया पोस्टर
कर्नाटक में कांग्रेस को शानदार जीत मिली है। इसके बाद मुख्यमंत्री पद के लिए जारी मंथन के बीच सिद्धारमैया को कमान सौंपने की आवाज उठा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया के समर्थकों ने बेंगलुरु में सिद्धारमैया के आवास के बाहर एक पोस्टर लगाया, जिसमें उन्हें कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बताया गया।

शिवकुमार को सीएम घोषित करने की मांग
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के समर्थकों ने बेंगलुरु में उनके आवास के बाहर एक पोस्टर लगाया, जिसमें डीके शिवकुमार को राज्य का “सीएम” घोषित करने की मांग की गई। शनिवार को घोषित हुए चुनाव नतीजों में कांग्रेस ने 135 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। 224 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 113 सदस्यों की जरूरत है।

शाम को बेंगलुरू में विधायक दल की बैठक
कर्नाटक में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है। आज शाम को बेंगलुरू में विधायक दल की बैठक होने जा रही है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि अगला सीएम कौन होगा इसका फैसला आलाकमान तय करेगा।

सीएम पद के लिए शिवकुमार भी मजबूत दावेदार
सीएम पद के लिए शिवकुमार के दावे को मजबूत किया जा रहा है। उनके समर्थक बोल रहे हैं कि सिद्धारमैया ने जब 2019 में हार के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता से इस्तीफा दिया था कब शिवकुमार ने इस चुनौती को संभाला था। समर्थकों का कहना है कि कोविड में भी शिवकुमार ने 24 घंटे काम किया, इसी के साथ सोनिया और खरगे की तरफ से भी उनको सपोर्ट है।