कर्नाटक में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर घमासान मचा हुआ है। बीते कुछ दिनों से कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी और अनबन सामने आ गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया खुद को मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार मान रहे है। हाल ही में उनके बेटे ने भी इस बात की पुष्टि की है। सीएम पद की उम्मीदवार को लेकर सिद्धारमैया की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी रहे और राज्य में पार्टी के प्रमुख डीके शिवकुमार को लेकर बयान दिया है। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक सीएम पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है।
सिद्धारमैया ने खुद को बताया मुख्यमंत्री का आकांक्षी
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि मीडिया में जो बताया जा रहा है वह पूरी तरह झूठ है। मैंने सिर्फ इतना कहा कि मुख्यमंत्री का चयन एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, मैं मुख्यमंत्री का आकांक्षी हूं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी रहे और राज्य में पार्टी के प्रमुख डीके शिवकुमार को भी आकांक्षी बताया है।
चुने हुए विधायक तय करेंगे कौन होगा सीएम
सिद्धारमैया ने शिवकुमार और खुद को राज्य के शीर्ष पद का दावेदार स्वीकार करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस बहुमत हासिल कर लेती है, तो अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए हाईकमान दखल नहीं देगा। क्योंकि शीर्ष पद के लिए चुने हुए विधायकों को चुनाव करना है।
सिद्धारमैया का अंतिम चुनाव
सिद्धारमैया ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि हमें लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चलना है। हाईकमान अपने आप फैसला नहीं करेगा। हम नवनिर्वाचित विधायकों के फैसले पर चलेंगे। सीएम पद के लिए युवाओं को मौका देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 75 साल के हो चुके पूर्व मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि यह आखिरी चुनाव है।
कोर्ट के आदेश पर शिवकुमार पर मुकदमा
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार पर कोर्ट ने मांड्या में प्रजा ध्वनि यात्रा के दौरान कथित तौर पर 500 के नोट फेंकने के आरोप में मामला दर्ज किया है। बता दें कि 28 मार्च को श्रीरंगपटना में बेविनहल्ली के पास कांग्रेस की प्रजा ध्वनि यात्रा के दौरान शिवकुमार को कथित रूप से रैली में प्रदर्शन कर रहे कलाकारों पर 500 के नोट फेंकते हुए देखा गया था। घटना के बाद चुनाव आयोग ने शिकायत दर्ज की।