अमरीकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग द्वारा भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी पर लगाए गए आरोपों से देश की सियासत बीते एक हफ्ते से गरमाई है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद गौतम अडानी को अरबों का नुकसान हुआ है। जिसके कारण वो अमीरों की सूची में तीसरे स्थान से फिसलकर 22वें स्थान पर पहुंच चुके हैं। अडानी ने कई सरकारी बैंकों से कर्ज लिए है। साथ ही एलआईसी सहित अन्य सरकारी कंपनियों ने अडानी में अपना पैसा लगाया है। अडानी के डूबने के साथ-साथ एलआईसी को भी भारी नुकसान हुआ। बैंकों की स्थिति भी खराब होने की आशंका जताई जा रही है। इधर विपक्षी दल बीते एक सप्ताह से अडानी मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन, उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा जांच और मामले में चर्चा की मांग को लेकर सदन में हंगामा कर रहे हैं। आज मंगलवार को विपक्षी दलों का विरोध धीमा पड़ने का आसार था, लेकिन सदन की कार्यवाही शुरू होती ही विपक्षी दलों ने फिर से हंगामा और नारेबाजी की, जिस कारण सदन को फिर से स्थगित कर देना पड़ा।
12 बजे तक के लिए स्थगित की गई दोनों सदनें
दरअसल अडानी मसले पर हंगामे के कारण लोक सभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने अडानी मसले पर हंगामा और नारेबाजी करना शुरू कर दिया। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला लगातार हंगामा कर रहे सांसदों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते रहे लेकिन हंगामा जारी रहने पर उन्होंने लोक सभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। 12 बजे के बाद लोकसभा की कार्यवाही चल रही है।
हालांकि आपको बता दें कि, ज्यादातर विपक्षी दल संसद में जारी गतिरोध को खत्म करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार हो गए हैं। विपक्षी दलों ने मंगलवार को फैसला लिया था कि वो संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे, लेकिन अडानी समूह के खिलाफ धोखाधड़ी और स्टॉक हेरफेर के आरोपों की जांच के लिए जेपीसी की मांग जारी रहेगी
कांग्रेस की ओर से जयराम रमेश ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था कि अधिकांश विपक्षी दलों ने आज से संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने का फैसला किया है और अडानी घोटाले में जेपीसी के लिए अपनी मांग उठाना जारी रखेंगे। संसद भवन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में हुई बैठक में 15 दलों ने भाग लिया। कांग्रेस के अलावा, डीएमके, सपा, राजद, जदयू, आप, माकपा, राकांपा, भाकपा समेत कई अन्य दल बैठक में शामिल हुए।