उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आज सुबह 8.58 पर भूकम्प आया। इसके साथ ही अफगानिस्तान के Fayzabad में भी 4.2 तीव्रता का भूकंप आया है। जोशमठ भू-धंसाव मामला वैसे ही इस वक्त सुर्खियों में है। जनता कुछ घबरा गई। और फिर पिथौरागढ़ और अफगानिस्तान के Fayzabad में भूकम्प का आना किसी बड़े संकट का संकेत तो नहीं।
उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में आज सुबह धरती झूमने लगी। जोशीमठ भू-धंसाव मामला वैसे ही इस वक्त सुर्खियों में है। रविवार सुबह 8.58 पर पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी और नाचनी समेत कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसके बाद डर का माहौल हो गया है। पर उसके बाद कोई भी भूकंप के झटके महसूस नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि, मुनस्यारी और तेजम तहसील क्षेत्र के तल्ला जोहार में रिक्टर पैमाने पर 3.8 मैग्नीट्यूट तीव्रता का झटका महसूस किया गया। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिले के ही रामगंगा नदी किनारे रुइनाथल और उपराडा पाठक के निकट था। इसकी गहराई दस किमी थी। अभी तक किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। वैसे पर 3.8 तीव्रता पर आए भूकम्प से घबराने की जरूरत नहीं होती है।
भूकंप ने एकबारगी लोगों को डराया
पिथौरागढ़ आए भूकंप ने एकबारगी लोगों को डरा दिया। जोशीमठ में पिछले दिनों से जारी जमीन दरकने की घटनाओं के बीच अब लोग पहले से ज्यादा सतर्क हो गए हैं। जोशीमठ ही नहीं उत्तराखंड कई जिलों में दरारें देखने को मिल रही है। जोशीमठ में दरारों वाली इमारतों की संख्या बढ़कर अब 863 हो गई है।
दिसंबर माह में उत्तरकाशी में आया था भूकंप
दिसंबर माह में भी उत्तरकाशी में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 18 दिसबंर को उत्तरकाशी में रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर भूकंप से धरती हिली थी।