छतरपुर. नागपुर की एक संस्था द्वारा दी गई चुनौती पर बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पलटवार करते हुए खुली चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा कि हमारे पास 7 दिन कथा करने का ही टाइम था, तब उन्हें टाइम नहीं मिल पाया तो अब रायपुर आ जाओ, किराया खर्चा हम से ले लो, हम यहीं तुम्हारी ठठरी बार देंगे। वे बोले हमें कोई चमत्कार नहीं आता, हम तो हनुमानजी के सेवक हैं, पूरे भारत में दरबार लगाता है, जहां आना है आ जाएं। हम वहीं उनकी ठठरी बार देंगे।
बागेश्वर धाम के खिलाफ दर्ज कराया प्रकरण
दरअसल नागपुर महाराष्ट्र की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा उनके खिलाफ अंधविश्वास बढ़ानेे का केस दर्ज करवाया है, समिति के श्याम मानव का कहना है कि हमारा संविधान राम कथा या धर्म का प्रचार करने की अनुमति देता है । लेकिन धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर में 7 और 8 जनवरी को आयोजित दिव्य दरबार में चमत्कारी दावे कर कानून का उल्लंघन किया है। उनका कहना है कि समिति के पास इस दावे का उनके पास वीडियो भी है। इस बारे में यह भी कहा गया कि वे दो दिन पहले ही कथा छोडक़र भाग गए, अगर वे चमत्कार जानते हैं तो हम जो कहें कर के दिखाएं, हम 30 लाख रुपए देंगे, इस पर करारा जवाब देते हुए बागेश्वर धाम प्रमुख ने कहा कि वे रायपुर आ जाएं, हम यहीं उनकी ठठरी बार देंगे, उन्होंने ये भी कहा कि हमारा दरबार सभी जगह लगता है, जहां चाहे आ जाएं।
आपको बतादें कि ठठरी का मतलब अर्थी से होता है, बार देंगे यानी बाल देंगे या जला देंगे हैं, सीधे शब्दों में ठठरी बार देंगे का अर्थ अर्थी को जला देना है।
हम से ले लो किराया, रायपुर आ जाओ
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर की संस्था को चेतावनी देते हुए कहा नागपुर महाराष्ट्र में कथा हुई, तो हमने पहले ही कह दिया था देखों भाई 7 दिन ही कथा हो पाएगी , 9 दिन का टाइम नहीं है, लेकिन बच्चे नहीं माने, 9 दिन का नोट करवा दिया, हमने फिर खबर भेजी 7 दिन ही कथा होगी, हमने चेनल पर भी डलवा दिया था, अब दो दिन कथा नहीं हुई, तो वहां के तथा कथित हैं रावण के खानदान के वे बोले लो, बागेश्वर सरकार पांडाल छोडक़र भाग गए। जैसे उके बाप के हमने मूला छुड़ा लिए हो, ठठरी के बरे, नककटा, हैं उन्हें ये ही शर्मा नहीं आई वो बोले क्यों भाग गए, तो न्यूज पर विज्ञापन दिया दरबार के लिए हमने 30 लाख का बोला, हमारो बताएं तो 30 लाख रुपए दें, नककटा हम तो फ्री में बता देंगे, नागपुर में टाइम नहीं मिल पायो, अब उसे विचार करना चाहिए, 2 दिन दरबार सात दिन कथा, अब ठठरी के बरे तुम ही नहीं आए, अब रायपुर में दरबार है, आ जाओ किराया खर्च हम से लेना, तुम्हारी ठठरी हम बाल देंगे।
हम हनुमानजी के सेवक हैं, फ्री में बता देंगे
मीडिया से चर्चा के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उनका ऐसा कहना था कि हमें दरबार देखना है, हम तो वहां दो दिन दरबार लगाए हैं, पूर्ववत ही सबको बता दिया था कि ७ दिन रायपुर में ७ दिन टीकमगढ़ में कथा होगी। अब जब निकल आए तो हाथी चले बाजार कुत्ता भौंके बाजार, हम सात दिन जब झंड़ा गाड़ रखों थो, तब उनको बाप मर गव थो, हम तो फ्री में बता देवें। ठठरी बाल देंवे अभी भी दरबार लगेगा, ये धर्म विरोधी लोग हैं। सात दिन कथा दो दिन दरबार। हमको किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। हमारे पास कोई चमत्कार नहीं है, हनुमानजी के सेवक हैं। जो ३० लाख खर्चा कर रहे हैं, बेटियों के विवाह में लगाएं।