भोपाल। मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार रात को सभी मंत्रियों को ‘डिनर मीटिंग’ पर बुलाया है। इसे लेकर कई अटकलें लगना शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि इस डिनर डिप्लोमेसी (dinner diplomacy) के जरिए मुख्यमंत्री (shivraj singh chauhan) अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के कामकाज, परफार्मेंस, उनके विभागों में बदलाव, प्रभार में बदलाव या नए मंत्रियों को शामिल करने की तैयारी कर रहे हैं। यह भी अटकलें हैं कि इस डिनर मीटिंग के जरिए 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी कोई ‘खास बात’ हो सकती है।
चार मंत्रियों की कमी हो सकती है पूरी
वर्तमान में शिवराज कैबिनेट में 31 मंत्री शामिल हैं, जबकि चार पद खाली हैं। अगले साल होने वाले चुनाव से पहले चार मंत्रियों को शामिल किए जाने की भी अटकलें कुछ दिनों से चल रही हैं। चार और मंत्री शामिल हो जाने से मंत्रिमंडल की संख्या 35 हो जाएगी।
इन क्षेत्रों से बन सकते हैं मंत्री
सूत्रों के मुताबिक 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जिन चार मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है, उसका समीकरण इस प्रकार हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव में आदिवासी और दलित वोट बैंक को साधने के लिए इन दोनों वर्गों से मंत्रीबनाए जा सकते हैं। वहीं महाकौशल और विन्ध्य में संतुलन बैठने के लिए भी इन दो अंचलों के विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।