Wednesday, September 24

सीएम चौहान बोले- मैं मास्टर ट्रेनर, आप ट्रेनिंग लेकर अपने गांव को बनाओ जागरूक

इंदौर. बलिदान दिवस के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) अलग अंदाज में नजर आए। उन्होंने मंच से भाषण नहीं देते हुए लोगों से सीधा संवाद किया। सवाल-जवाब में पेसा एक्ट के प्रावधानों को समझाते हुए समुदाय के प्रति कांग्रेस की उदासीनता पर प्रहार भी किए। उन्होंने युवाओं से कहा, मैं मास्टर ट्रेनर हूं। आपको ट्रेंड करने आया हूं। इस एक्ट को समझकर जाएं और अपने गांव के लोगों को जागरूक करें। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा, पीएम अद्भुत नेता हैं। उनका संकल्प है-न खाऊंगा, न खाने दूंगा। मामा भी अब यह संकल्प ले रहा है। निकल पड़ा हूं। अब सरकार भोपाल नहीं, चौपाल से चलेगी।उन्होंने कहा, मेरी दिली इच्छा है, शराब बंद हो जाए। इससे नाश ही होता है। हमारी भी मजबूरी है, पर अभियान चलाएंगे। इसीलिए पेसा में गांव में शराब दुकान खोलने के लिए ग्राम सभा से अनुमति लेने के लिए कहा है। यह होना चाहिए कि नहीं। लोगों ने इसका समर्थन किया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने एक-एक कर कानून के प्रावधानों को समझाया।

इस तरह किया संवादसीएम: आज सामाजिक, आर्थिक क्रांति का शंखनाद हुआ है, गरीब जनता की जिदंगी में बदलाव का ऐतिहासिक दिन है। पेसा कानून को समझ लिया या नहीं, जिन्होंने समझा वे हाथ उठाएं।जनता: कई लोगों ने हाथ उठाकर कहा, समझ गए।

सीएम: समझ गए तो अपनों को समझाएं, आपका साथ मिल गया तो जमाना बदल देंगे। बदलेगा या नहीं।जनता: बदल जाएगा।सीएम: धरती सबकी, जंगल, जल, खदान, रेत, गिट्टी सबकी, कुछ लोगों का ही ठेका नहीं है। सबका हक है तो सबको मिले या नहीं।जनता: मिलना चाहिए।

सीएम: यहीं दे रहा पेसा। जमीन का अधिकार दे रहा। अब आपकी जमीन की जानकारी ग्राम सभा में हर साल तहसीलदार-पटवारी को रखनी होगी। यह अच्छा है ना।जनता: होना चाहिए।

आदिवासी बच्चों ने रखी बात

कार्यक्रम के संयोजक निशांत खरे ने मुख्यमंत्री के समक्ष आदिवासी हित की योजनाओं की सफलता बताई। इस दौरान सरकार के सहयोग से इंजीनियर, डॉक्टर्स बने लोगों ने भी अपनी बात रखी। रोशनी छगन ने बताया, लैपटॉप से स्टडी में बहुत मदद मिलती है। बाईखेड़ा के डॉ. कालूसिंह रावत ने बताया, सहायता से स्कूल में पढ़े, जबलपुर से एमडी किया। सुपर स्पेशिएलिटी के लिए सरकार की मदद मिली। न्यूरो ऑन व्हील करके आज रथ चलाकर गांव-गांव जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इसकी सराहना की।

सीएम: खदान, रेत, पत्थर, गिट्टी का पहला अधिकार स्थानीय आदिवासी समितियों को पेसा देता है। फिर महिला-पुरुष को मिलेगा। आप क्रेशर चला सकते हो ना।जनता: चला लेंगे।