Tuesday, September 23

महाकाल दर्शन के बाद बोले राहुल, इस देश में सिर्फ दो लोगों की होती है पूजा

उज्जैन। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सातवें दिन उज्जैन पहुंच गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शाम को महाकाल मंदिर पहुंचकर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए। इसके बाद वे जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। राहुल का महाकाल पहुंचना और बड़ी जनसभा को संबोधित करना कांग्रेस का हिन्दुत्व को लेकर सबसे बड़ा दांव माना जा रहा है।

दो लोगों की पूजा होती है

राहुल ने कहा कि मेरा सवाल है कि हिन्दू धर्म कहता है कि तपस्वियों की पूजा होना चाहिए, तो मैं कहता हूं कि तपस्वियों की पूजा क्योंनहीं होती है। जो तपस्या करता है, उसे कुछ नहीं देती है। और जो नरेंद्र मोदीजी की पूजा करते हैं, उसे सारा का सारा दे देते हैं। जो लोग मोदीजी की पूजा करते है, उन्हें जो चाहिए वो मिल जाता है। रेलवे, सडके, बिजली पानी, सबकुछ दो लोग, पांच लोग प्रधानमंत्री की पूजा करते हैं और हिन्दुस्तान का पूरा धन उनके हवाले कर दिया जाता है। और करोड़ों लोग सुबह उठते हैं, किसान चार बजे उठता है, हाथ कट जाते हैं, खून निकलता है, अपने सुरक्षाकर्मी का हाथ पकड़कर बोले, यह किसान का हाथ नहीं है। किसान का हाथ तो कटा होता है।

संसार के सबसे बड़े तपस्वियों को हिन्दुस्तान मानता है। सबसे बड़े शिवजी तपस्यी, कृष्ण भगवान तपस्वी, श्रीराम तपस्वी और हिन्दू धर्म के किसी भी भगवान को आप देखें सभी तपस्या करे हैं। और सिर्फ भगवान तपस्या नहीं करते। शिवजी का भगवान राम, कृष्ण भगवान की तपस्या का मुकाबला नहीं। मगर हिन्दुस्तान तपस्वियों का देश है। हिन्दू धर्म में, तपस्वियों की पूजा होती है। हम तपस्वियों का आदर करते हैं, उनके सामने हाथ जोड़ते हैं, तो इस देश में यह ‘तपस्वी’ कौन है। आपने कहां कि कन्याकुमारी से तपस्या की। यह बहुत बड़ी तपस्या नहीं है। इसमें कुछ नहीं।

राहुल ने कहा कि सबसे ज्यादा तपस्या कौन करता है। मैं बताता हूं। सबसे पहले कोविड के समय में हिन्दुस्तान के एक कोने से दूसरे कौने तक गए, वो तपस्या करते हैं, भोजन देने वाले करोड़ों किसान, चार बजे सुबह उठकर खेत में काम करने वाले तपस्या करते हैं। बड़ाई, नाई, इलेक्ट्रिशयन, छोटे दुकानदार मजदूर यह सभी रोज तपस्या करते हैं। तपस्या करते करते थक जाते हैं। खुद की तपस्या के बारे में कहा कि यह तो कुछ नहीं है। थोड़ा घुटने में दर्द होता है, थोड़ी प्यास होती है। यह कुछ नहीं है। तपस्या किसान करता है, मजदूर करता है।

राहुल गांधी का संबोधन शुरू। राहुल गांधी ने तीन बार महाकाल का जयकारा लगवाया।

कमलनाथ ने कहा कि राहुलजी ने जिस प्रकार से तपस्या की है, मुझे विश्वास है 9 माह बाद फिर से कांग्रेस का झंडा विधानसभा में लहराएगा।

हम किसानों का कर्जा माफ करने वाले थे। दूसरी किस्त देने वाले थे, लेकिन सौदे से हमारी सरकार को गिरा दिया गया।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ का संबोधन शुरू। कमलनाथ ने आक्रामक अंदाज में कहा कि हर मामले में मध्यप्रदेश नंबर वन हो गया है। भ्रष्टाचार, महिला अपराध से लेकर सभी अपराधों में नंबर वन है।

जनसभा का आरंभ। मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह का संबोधन।

पूजा करने के बाद बाहर निकले राहुल गांधी।

गर्भगृह में पूजा करने के बाद नंदी हाल में आए राहुल गांधी।

राहुल गांधी महाकाल पहुंचे। गर्भगृह में कर रहे हैं पूजा-अर्चना।

राहुल गांधी ने तपो भूमि पर दर्श प्रज्ञा सागर महाराज के दर्शन किए। महाराज ने मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद दिया।

तपो भूमि पर पहुंची राहुल गांधी की यात्रा। राहुल गांधी ने भगवान महावीर के दर्शन किए।

उज्जैन शहर में पहुंची राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा। राहुल के साथ कमलनाथ और नकुल नाथ भी हैं।

महाकाल दर्शन से पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा महाकाल मंदिर विकास एवं विस्तार के लिए कमलनाथ सरकार ने 300 करोड़ रुपए की परियोजना को स्वीकृति दी। श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं, स्थानीय निवासियों को रोजगार।

कांग्रेस ने ट्वीट कर दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा में उमड़ा जनसैलाब बता रहा है कि परिवर्तन आ रहा है।

एक लाख लोग जुटाने का लक्ष्य था

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी हर शाम को नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं संविधान दिवस पर भी उन्होंने महू में एक सभा को संबोधित किया था। लेकिन, इस यात्रा में मध्यप्रदेश की उनकी सबसे बड़ी सभा मानी जा रही है। इस सभा में प्रदेशभर से आए कांग्रेस नेता शामिल हुए हैं। कांग्रेस का दावा है कि इस सभा में एक लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं।

एमपी में दो ज्योतिर्लिंगों के दर्शन

राहुल गांधी मध्यप्रदेश में दो ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर चुके हैं। इससे पहले वो ओंकारेश्वर दर्शन करने गए थे। इसके बाद महाकाल दर्शन करने आए हैं। हिन्दुत्सव की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर इसे कांग्रेस की बड़ी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। मध्यप्रदेश में यात्रा के आने से पहले यह ओंकारेश्वर और महाकाल का दौरा सार्वजनिक नहीं किया गया था। यहां आने के बाद राहुल गांधी वाहनों के जरिए ओंकारेश्वर दर्शन करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने करीब 20 मिनट मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की थी।